रात्रि गश्त को प्रभावशाली बनाने के लिए उठाया गया कदम, सेल्फी से होगी गश्ती दल की अटेंडेंस

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PRAYAGRAJ: रात्रि में सिटी में ट्रेवल करने वाली पब्लिक अब ज्यादा सिक्योर रहेगी। इसका कारण होगा रात्रि गश्त को फिर से एफेक्टिव बनाना। इसकी पहल अफसरों ने कर दी है। रात में गश्त करने वाले प्रत्येक दल के लिए गश्ती स्पॉट पर सेल्फी लेना अनिवार्य होगा। इसे वह ह्वाट्सएप ग्रुप पर शेयर करेंगे। इसकी मॉनिटरिंग अफसरों को दी गयी है। यह रूल सभी पुलिसवालों को फॉलो करना होगा।

कम से कम तीन स्पॉट के फोटो

तय की गयी नयी व्यवस्था के अनुसार प्रत्येक जवान को अपने बीट क्षेत्र में गश्त के दौरान कम से कम तीन स्थानों पर सेल्फी लेनी पड़ेगी।

इसे वह डिपार्टमेंटल ग्रुप में शेयर करेंगे।

भेजी गयी सेल्फी पुरानी तो नहीं हैं, यह चेक करने की जिम्मेदारी अफसरों पर होगी।

यह भी शर्त है कि तीन में दो सेल्फी क्षेत्र के किसी भी पब्लिक प्लेस की होनी चाहिए।

स्थान गलत मिला तो संबंधित के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी।

फेक मिली सेल्फी तो कार्रवाई तय

सिटी में रात में निकलने वाले लोग स्नैचर्स के टारगेट हैं। सिटी में हर दिन मोबाइल, चेन, सामन स्नैचिंग की घटनाएं हो रही हैं। इससे कॉमन मैन रात में शहर में निकलने से बचता है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सिटी में नाइट मार्केट डेवलप किये जा रहे हैं। पब्लिक के मन से इनसिक्योरिटी नहीं गयी तो पूरी योजना पर पानी फिर सकता है। इसी को देखते हुए रात्रिकालीन गश्त को एफेक्टिव बनाने की दिशा में कदम बढ़या गया है।

क्या करेगा गश्ती दल

अफसरों द्वारा तैयार किए गए प्लान के अनुसार थाने से रवानगी होगी

बीट के एरिया में सेल्फी लेकर भेजनी होगी जहां से प्लेस आईडेंटीफाई हो

सेल्फी को क्रास चेक करने के साथ अफसर भी बीट एरिया की रैंडम चेकिंग करेंगे

चेकिंग की जिम्मेदारी क्षेत्राधिकारियों को सौंपी गयी है

सीओ गश्त पर लगाए गए जवान की लोकेशन सेट से लेंगे।

इसके बाद स्वयं चेक करेंगे कि संबंधित जवान स्पॉट पर है या नहीं

जवान लोकेशन पर नहीं मिला तो वह सम्बंधित एसपी को रिपोर्ट करेंगे

एसपी के द्वारा संकलित सूचना एसएसपी को दी जाएगी।

इसके बाद एसएसपी निर्णय लेंगे कि किसके खिलाफ क्या कार्रवाई की जानी है।

निर्धारित होगी रूट की दूरी

किस रूट पर और कहां तक कौन जवान गश्त करेगा यह निर्धारित होगा

रूट इस हिसाब तय होगा कि पुलिस किसी भी कॉल को दस मिनट के भीतर अटेंड करे

इससे ज्यादा समय लगने पर बीटकर्मी के खिलाफ कार्रवाई होगी

किसी घटना की सूचना पर बाकी बीट के जवान अपने आप एक्टिव हो जाएंगे

रात्रि गश्त की मॉनिटरिंग को हाइटेक किया गया है। पहले शिकायतें आती थीं कि क्षेत्र में जवान गश्त पर नहीं जाते। इसका समाधान गश्त के दौरान सेल्फी के रूप में खोजा गया है। बीट पुलिस को अपनी लोकेशन ग्रुप में शेयर करनी होगी। इसकी परमानेंट मॉनिटरिंग होगी।

अतुल शर्मा,

एसएसपी प्रयागराज

Posted By: Inextlive