कचहरी डाक खाने से पकड़े गए दो जालसाज पर शनिवार को शांति भंग में चालान कर पुलिस ने जेल भेज दिया। डाक खाने के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा तहरीर न दिए जाने पर पुलिस को ऐसा करना पड़ा। तहरीर न देने के पीछे एक बड़ी वजह दिन भर सुर्खियों में रही। माना जा रहा है कि जालसाज दो बार रुपये निकाल चुके थे। तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराई जाती तो उन कर्मचारियों की भी जांच शुरू हो जाती जो कैस काउंटर पर बैठा करते हैं।

डाकखाने से हिरासत में लिए गए थे दोनों

डाक खाने की कचहरी ब्रांच में शुक्रवार को तीन लोग पहुंचे थे। वह फार्म भर कर दूसरे के खाते से रुपये निकालने की कोशिश कर रहे थे। इसके पहले वे दो बार 25-25 हजार रुपये निकाल चुके थे। हालांकि इस बार जालसाजों की चाल नाकाम रही। शक होने पर अफसरों ने सूचना पुलिस को दे दिया। पहुंची पुलिस दो लोगों को डाकखाने से हिरासत में लेकर थाने चली आई। पूछताछ में एक ने पुलिस को अपना नाम विवेक व दूसरे ने लल्लन बताया। दोनों कीडगंज एरिया के निवासी है। पुलिस शुक्रवार दोपहर से लेकर शनिवार दस बजे तक डाकखाने के अधिकारियों व कर्मचारियों के तहरीर का इंतजार करती रही। मगर डाकखाने की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई।

हिरासत में जिन दो लोगों को लिया गया था उनके खिलाफ कहने के बावजूद डाकखाने की ओर से तहरीर नहीं दी गई। ऐसे में दोनों को शांति भंग व 151 में चालान करना पड़ा। तहरीर न दिए जाने के पीछे क्या वजह है, यह मैं नहीं बता सकता।

अरुण कुमार त्यागी,

इंस्पेक्टर कर्नलगंज

Posted By: Inextlive