RANCHI : चुटिया थाना पुलिस की गिरफ्त में आया वसीम उर्फ गोजा दिन में पेटिंग का काम करता था, जबकि देर शाम के बाद अपने सहयोगियों के साथ मिलकर लूटपाट की घटना को अंजाम देता था। इस बात का खुलासा मो वसीम ने चुटिया पुलिस को दिए अपने कंफेशन में ि1कया है।

चौथी क्लास तक की पढ़ाई

कंफेशन में मो वसीम कहा कि वह नेपाल हाऊस स्थित बीएमपी स्कूल से चौथी क्लास तक पढ़ाई की है। इसके बाद काम करना शुरू कर दिया। उसने बताया कि उसके पिता की मौत हो चुकी है। घर में एक भाई और दो बहन हैं, जो डोरंडा में मामा के साथ रहते हैं। उसने बताया कि वह गांजा और शराब का शौकीन है और जेल जाने के बाद अपराधियों के संपर्क में आया।

अपराध की बनाते थे योजना

मो वसीम ने कहा है कि वह अपने दोस्त सददाम उर्फ काली, मो जाहिद उर्फ सोनू, मो तौशी, मो नसीम, मो शाबिर और हिंदपीढ़ी के साथ मिलकर लूट के लिए योजना बनाता था। कहां लूट की घटना को अंजाम देना है, इलाका तय करने के बाद वे बाइक से वहां के लिए निकल जाते थे।

नहीं रखता था मोबाइल फोन

मो वसीम उर्फ गोजा ने बताया कि पकड़े जाने के भय से वह कभी अपने पास मोबाइल फोन नहीं रखता था। शाम में सभी साथी एक जगह जुटते थे और आगे का प्रोग्राम तय किया जाता था। पुलिस की जिस दिन सक्रियता ज्यादा होती थी, उस दिन लूटपाट नहीं करते थे।

निशाने पर होते थे शराब दुकान

मो वसीम उर्फ गोजा ने बताया कि वह अपने साथियों के साथ पहले यह देख लेता था कि शराब की दुकान पर कोई तो नहीं है। इसके बाद शराब लेने के बहाने काउंटर पर मौजूद शख्स को पिस्टल दिखाकर पैसे की मांग की जाती थी। पिस्टल देखकर कर्मचारी सहम जाता था और रुपए दे देता था। जिसे जैकेट के अंदर रखकर आसानी से चल देते थे।

Posted By: Inextlive