- खाड़ी देशों से मिले हैं 1000 मीट्रिक टन के ऑर्डर - फेयर बढ़ने से निर्यातकों ने हाथ खींचे एयरलाइंस कंपनियों से बातचीत जारी pankaj.awasthi@inext.co.in LUCKNOW : लॉकडाउन की वजह से प्रभावित हुई पैसेंजर्स व कार्गो एयरलाइन सेवा का असर दिखने लगा है. जहां एक तरफ हजारों लोग देश-विदेश में फंसे हुए

- खाड़ी देशों से मिले हैं 1000 मीट्रिक टन के ऑर्डर

- फेयर बढ़ने से निर्यातकों ने हाथ खींचे, एयरलाइंस कंपनियों से बातचीत जारी

pankaj.awasthi@inext.co.in

LUCKNOW : लॉकडाउन की वजह से प्रभावित हुई पैसेंजर्स व कार्गो एयरलाइन सेवा का असर दिखने लगा है। जहां एक तरफ हजारों लोग देश-विदेश में फंसे हुए हैं वहीं, अब लखनऊ से होने वाले आम के एक्सपोर्ट पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। हालांकि, शुक्रवार को दुबई को तीन टन आम की खेप रवाना की गई लेकिन, आगे के एक्सपोर्ट पर अब भी सवाल खड़े हुए हैं। बताया जा रहा है कि एक्सपोटर्स व एयरलाइन कंपनी के प्रतिनिधियों से बातचीत जारी है और इसके हल निकलने की उम्मीद जताई जा रही है।

पिछले साल 700 मीट्रिक टन एक्सपोर्ट

राजधानी की फल पट्टी मलिहाबाद का आम अपने लाजवाब स्वाद के लिये दुनियाभर में मशहूर है। यही वजह है कि यहां का आम दुनियाभर के तमाम देशों में बेहद चाव से खाया जाता है। यहां से हर साल खाड़ी व यूरोपीय देशों को दशहरी, बनारसी लंगड़ा और लखनउवा सफेदा का एक्सपोर्ट किया जाता है। पिछले साल अकेले मलिहाबाद से 700 मीट्रिक टन आम का एक्सपोर्ट खाड़ी व यूरोपीय देशों को किया गया था।

इस बार बढ़ी मांग

इस बार कोरोना संकट की वजह से अंदाजा लगाया जा रहा था कि दुनियाभर से मलिहाबादी आम की मांग कम होगी। पर, बावजूद इसके इस बार पिछली बार से भी 300 मीट्रिक टन ज्यादा यानी 1000 मीट्रिक टन के आम एक्सपोर्ट के ऑर्डर मिले। इन ऑडर्स में अधिकांश ऑर्डर खाड़ी देशों यानी बहरीन, दुबई, ओमान, सउदी अरब आदि देशों से मिले हैं।

दोगुना हो गया माल ढुलाई का भाड़ा

इतनी भारी मात्रा में ऑर्डर मिलने के बाद उम्मीद की जा रही थी कि मई के आखिरी सप्ताह में आम का एक्सपोर्ट शुरू हो जाएगा। इन ऑर्डर्स को क्वालिटी मेनटेन करते हुए पैकिंग के लिये मंडी परिषद के मलिहाबाद स्थित मैंगो पैक हाउस में भी तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई थीं। पर, लॉक डाउन में हवाई सेवा पर पाबंदी के चलते एयरलाइन कार्गो कंपनियों ने फेयर दोगुना कर दिया। अचानक हुए इस इजाफे से एक्सपोर्टर्स बैकफुट पर आ गए और आम खरीद का काम रोक दिया। जिसकी वजह से मैंगो पैक हाउस में आम नहीं पहुंचा। हालांकि, लखनऊ मंडी के सचिव संजय सिंह ने उम्मीद जताई कि एक-दो दिन में एक्सपोर्टर्स सभी बाधाओं को बातचीत से दूर कर आम खरीद शुरू करेंगे और एक्सपोर्ट की प्रक्रिया फिर शुरू हो जाएगी।

Posted By: Inextlive