चाइना के सामानों के खिलाफ चली लहर से मार्केट में फंसे करोड़ों रूपये

पहले बुक कराया था माल, अब डिलीवरी की नहीं पड़ रही हिम्मत

ALLAHABAD: चाइनीज सामानों के खिलाफ जैसे-जैसे अभियान जोर पकड़ रहा है। थोक व्यापारियों का पसीना छूट रहा है। वे परेशान हैं कि पहले बुक कराए लाखों के चाइनीज माल का क्या करेंगे? सीमा विवाद के चलते देश में चाइना प्रोडक्ट के खिलाफ लोग एकजुट होते जा रहे हैं। ऐसे में राखियों सहित दूसरे प्रोडक्ट की डिमांड कम होने से व्यापारियों का पैसा फंस सकता है।

दस करोड़ से अधिक का व्यवसाय

रक्षाबंधन में दस करोड़ से अधिक की चाइनीज राखियां शहर में खपती हैं। जन्माष्टमी पर सजावट के सामानों में चाइना प्रोडक्ट हावी रहते हैं। इनकी बुकिंग पहले करा ली जाती है। चाइना से आने वाला माल बंदरगाहों पर उतर जाता है और बुकिंग के हिसाब से व्यापारियों के पास पहुंचता है। इस समय हालात एकदम उलट हैं। देश में चाइनीज प्रोडक्ट्स के खिलाफ अभियान जारी है। ऐसे में जिन व्यापारियों ने माल बुक कराया था, उन्हें मंगाने की हिम्मत नहीं पड़ रही है। उन्हें सामान मंगाने के बाद उनकी बिक्री का बहिष्कार होने का डर सता रहा है। नाम नहीं छापने की शर्त पर व्यापारियों ने बताया कि दोनों ओर से उनका नुकसान है। फिलहाल वे माहौल पर नजर रखे हैं। देशहित में अगर नुकसान होता है तो बर्दाश्त करेंगे।

हमें GST ने बचा लिया

कई ऐसे व्यापारी भी हैं जिन्होंने जीएसटी के डर से चाइनीज सामानों में पैसा नहीं फंसाया। इन व्यापारियों ने फिलहाल भगवान का शुक्रिया अदा किया है। इनका कहना है कि अगर लोगों का गुस्सा बना रहा तो देशी राखियों की बिक्री की जाएगी।

एक बार हो चुका है नुकसान

पिछले साल दीपावली पर चाइना के खिलाफ चले अभियान के बाद करोड़ों रुपए के पटाखों की बिक्री ठप हो गई थी। इससे व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ था। ऐसे में व्यापारी दोनों देशों के संबंधों पर ध्यान देकर व्यापार करते हैं। वे दोबारा नुकसान नहीं उठाना चाहते।

मैं संकल्प लेता हूं कि चाइनीज राखी नहीं प्रयोग करुंगा और आसपास किसी को प्रयोग नहीं करने दूंगा।

सोहित मिश्रा

हमें शपथ लेनी चाहिए कि चीनी सामान का बहिष्कार करेंगे। हम देशी राखियों का यूज करेंगे।

रिपु सूदन

किसी भी चाइनीज प्रोडक्ट का उपयोग नहीं करेंगे। भारत को ऐसे प्रोडक्ट पर बैन लगाना चाहिए।

शत्रु दमन सिंह

Posted By: Inextlive