धोनी ने खेली IPL 12 की सबसे बड़ी पारी, चेन्नई को आठ रन से दिलाई जीत
चेन्नई (एजेंसी)। चेन्नई सुपर किंग्स बनाम राजस्थान रॉयल्स का आईपीएल मैच रविवार को 8 बजे शुरू हुआ था। एमए चिदंबरम स्टेडियम में लक्ष्य का पीछा करते हुए राजस्थान ने 14 रनों तक तीन विकेट गंवा दिए थे। राहुल त्रिपाठी [39>धोनी ने खेली नाबाद 75 रन की पारी
चैंपियन टीम हमेशा चैंपियन की तरह से खेलती है और जब बात आइपीएल की हो तो चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) से बड़ा चैंपियन कोई नहीं हो सकता है, क्योंकि सीएसके के पास आइपीएल का सबसे बड़ा थलाइवा (नेतृत्वकर्ता) है। बात चाहे मैदान पर रणनीति की हो या बीच मझधार में फंसी टीम की बल्लेबाजी को बाहर निकालने की, महेंद्र सिंह धोनी का विश्व क्रिकेट में कोई सानी नहीं है, यह धोनी ने रविवार को एक बार फिर चेन्नई में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ साबित कर दिया और सीएसके को आठ रन से अहम जीत दिला दी। 27 रन पर तीन विकेट गंवाने के बाद धोनी ने 46 गेंद में 75 रनों की नाबाद पारी खेलकर चेन्नई को मैच में जबर्दस्त वापसी कराई और पांच विकेट पर 175 रनों तक पहुंचा दिया। कहानी अभी खत्म नहीं हुई थी। अभी तो क्लाइमेक्स आना बाकी था।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान रॉयल्स की टीम को पहले राहुल त्रिपाठी (39) और स्टीव स्मिथ (28) ने मैच में बनाए रखा। दोनों को इमरान ताहिर ने पवेलियन भेजा। इसके बाद बेन स्टोक्स (46) और जोफ्रा आर्चर (नाबाद 24) ने टीम को लगभग जीत तक पहुंचा दिया था। 18 गेंद में राजस्थान को 44 रन की जरूरत थी। ब्रावो का ओवर महंगा साबित हुआ और इसके बाद शार्दुल ठाकुर ने 19वां ओवर अच्छा निकाला। आखिरी ओवर में 12 रनों की जरूरत थी। जीत चेन्नई के हाथों से दूर होती दिख रही थी, लेकिन धोनी ने आखिरी ओवर महंगे साबित हुए ब्रावो को ही सौंपा और उन्होंने पहली ही गेंद पर बेन स्टोक्स को पवेलियन भेजकर राजस्थान को करारा झटका दिया। इसके बाद राजस्थान यह मैच नहीं जीत सकी और आठ विकेट पर 167 रन बनाकर यह मुकाबला आठ रनों से हार गई। चेन्नई के लिए ताहिर, दीपक चाहर, ठाकुर, ब्रावो ने दो-दो विकेट लिए। ब्रावो के अब आइपीएल में सीएसके के लिए 99 विकेट हो गए हैं, जबकि रैना ने सीएसके के लिए 99 कैच पकड़ लिए हैं।सीएसके की खराब शुरुआत के साथ वापसी
इससे पहले राजस्थान रॉयल्स के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने चेन्नई की धीमी पिच को देखते हुए सीएसके को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया। चेन्नई के प्रशंसकों का धोनी और सीएसके से प्यार जगजाहिर है। चेन्नई की जब शुरुआत खराब रही और उसने 4.5 ओवर में 27 रन के अंदर ही अपने तीन बल्लेबाजों अंबाती रायुडू (01), शेन वॉटसन (13) और केदार जाधव (08) का विकेट गंवा दिए, तो सीएसके के प्रशंसकों का दिल नहीं टूटे इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से उनके थलाइवा पर थी। धोनी ने ऐसा ही किया और दिखाया कि विश्व कप टीम में क्यों उनका अनुभव भारतीय टीम के लिए बेहद अहम है।धोनी-रैना ने मिलकर संभाला
धोनी ने सुरेश रैना (36) के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 61 रन की साझेदारी कर अपनी टीम को संभालने की कोशिश की। रैना 88 के स्कोर पर चौथे बल्लेबाज के रूप में आउट हुए। उन्होंने 32 गेंदों पर चार चौके और एक छक्का लगाया। धोनी अच्छे से जानते थे कि बड़ा स्कोर बनाने के लिए आखिरी गेंद तक बल्लेबाजी करने की जरूरत है। उन्होंने ऐसा ही किया और 38 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा करने वाले धोनी ने अंतिम ओवरों में अपने हाथ खोलने शुरू कर दिए। रैना के आउट होने के बाद धोनी ने ड्वेन ब्रावो (27) के साथ पांचवें विकेट के लिए 56 रन की साझेदारी कर चेन्नई को पांच विकेट पर 175 रन के स्कोर तक पहुंचाया।