- सीटेट के लिए 43 सेंटर्स पर उमड़ी थी भीड़

- ट्रैफिक पुलिस रही नदारद, घूमते रहे लोग

GORAKHPUR: शहर के 43 सेंटर्स पर रविवार को आयोजित सीटेट देने निकले कैंडीडेट्स ट्रैफिक के मिसमैनेजमेंट से हलकान हो गए। सुबह आठ बजे से लेकर करीब 10 बजे तक विभिन्न जगहों पर लगे जाम की वजह से कई अभ्यर्थी फंस गए। जैसे-तैसे लोग एग्जाम सेंटर्स पर पहुंचे। विलंब होने पर केंद्र प्रभारियों से अभ्यर्थियों की जमकर कहासुनी हुई। चिलुआताल एरिया के बरगदवां चौराहे पर जाम लगने से सौ से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा नहीं दे सके। केंद्र व्यवस्थापक के रवैये से नाराज लोगों ने गोरखपुर-सोनौली हाइवे पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। नंदानगर क्षेत्र के एक सेंटर पर भी लोगों ने हंगामा किया। सोशल मीडिया पर जाम की वजह से एग्जाम छूटने का मामला गर्म होने पर सड़कों पर पुलिस नजर आने लगी। जाम के कारण प्रश्न पत्र और ओएमआर शीट ले जाने वाली गाड़ी भी फंसी रही। पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को फोन करके एग्जामिनेशन से जुड़े लोगों ने समस्या की जानकारी दी।

पहले से नहीं किया इंतजाम, हांफते-भागते रहे परीक्षार्थी

सीटेट में करीब 25,560 कैंडिडेट्स रजिस्टर्ड थे। दो पाली में होने वाले एग्जाम में पहली पाली सुबह साढ़े नौ बजे और दूसरी पाली में दोपहर दो बजे से परीक्षा का शिड्यूल था। इसलिए सुबह सात बजे से कैंडीडेट्स अपने घरों से निकल गए। सेंटर्स के नजदीक रहने वाले अभ्यर्थी आठ बजे के बाद रवाना हुए लेकिन सड़क पर आते ही उनकी हालत खराब हो गई। मेन रोड से लेकर गली-नुक्कड़ और चौराहे तक जाम नजर आए। वाहनों के ठसाठस होने से कहीं से भी जाने का रास्ता नहीं मिल पा रहा था। बाइक सवार कैंडीडेट्स गलियों के रास्ते निकलकर एग्जामिनेशन सेंटर तक पहुंचने की कोशिश में जुटे रहे। फोर व्हीलर और टैक्सी में बैठे लोगों को चार से पांच किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा। हांफते-भागते हुए किसी तरह से परीक्षार्थी एग्जाम शुरू होने पर अपने सेंटर्स पर पहुंचे। कुछ जगहों पर उनको इंट्री मिल गई लेकिन कुछ के केंद्र व्यवस्थापक ने साढ़े नौ बजे के बाद आने का हवाला देकर प्रवेश रोक दिया।

सोनौली हाइवे पर लगाया जाम, प्रदर्शन

चिलुआताल एरिया में बरगदवां चौराहे पर लगे जाम की वजह से चिऊटहा जा रहे सैकड़ों अभ्यर्थी परेशान हो गए। विलंब से पहुंचने पर केंद्र प्रभारी ने सौ से अधिक कैंडीडेट्स को इंट्री नहीं दी। इससे परेशान लोगों ने गोरखपुर-सोनौली हाइवे जाम कर दिया। मामले की जानकारी होने पर चिलुआताल पुलिस पहुंची लेकिन केंद्र प्रभारी परीक्षा दिलाने को राजी नहीं हुए। बाद समें भी लौट गए। हालांकि इस आपाधापी में कईयों की ट्रेन भी मिस हो गई।

कोई दौड़ाभागा तो किसी ने मांगी लिफ्ट

जाम लगने से परेशान लोग किसी तरह से दौड़-भागकर सेंटर्स पर पहुंचे। किसी ने रास्ते में लिफ्ट मांगी तो किसी ने मोहल्ले में अपनी बाइक खड़ी कर दी। परीक्षार्थियों की मदद के लिए लोग खुलकर सामने आए। हर हाल में सेंटर पर पहुंचाने का प्रयास किया। परीक्षा छूटने के डर से कई अभ्यर्थियों की आंखों में आंसू आ गए। जाम लगने से हलकान हुए कैंडीडेट्स की पीड़ा सोशल मीडिया पर झलकी। लोगों ने ट्रैफिक व्यवस्था को जमकर कोसा। रोजाना सक्रिय रहकर ट्रैफिक संभालने वाले एसपी ट्रैफिक और उनकी टीम के बारे में कई तरह की बातें की। इसका असर शाम को नजर आया। परीक्षा छूटने के बाद चौराहों पर पुलिस नजर आई लेकिन इसके पूर्व सौ से अधिक परीक्षार्थी एग्जाम से वंचित हो चुके थे।

यहां पर रहा जाम

मोहद्दीपुर, चारफाटक ओवरब्रिज

गोरखनाथ ओवरब्रिज,

सूरजकुंड, तिवारीपुर

बक्शीपुर, सिनेमारोड

कूड़ाघाट

छात्रसंघ चौराहा, सीएस चौराहा

धर्मशाला बाजार चौक

नौसढ़ से पैडलेगंज

इस वजह से आई प्रॉब्लम

- एग्जाम को देखते हुए कोई तैयारी नहीं गई थी।

- चौराहों पर सुबह की ड्यूटी में पुलिस कर्मचारी नहीं थे।

- पुलिस का सारा ध्यान वीआईपी मूवमेंट पर बना रहा।

- रूट डायवर्जन सहित अन्य किसी तरह के इंतजाम नहीं किए गए थे।

- जाम लगने पर जहां-तहां से परीक्षा केंद्र पर पहुंचने का प्रयास किया।

- अपने क्षेत्रों में थानेदार और चौकी प्रभारी भी ट्रैफिक व्यवस्था को नजरअंदाज करते रहे।

Posted By: Inextlive