सीएए के समर्थन में निकले जुलूस पर पत्थरबाजी के बाद मचा बवाल, आगजनी, तोड़फोड़

उपद्रव के बाद आयुक्त, डीआईजी, डीसी-एसपी ने संभाला मोर्चा

उपद्रवियों ने की पत्थरबाजी, मचा बवाल, अफरा-तफरी का माहौल

एहतिहातन लोहरदगा शहरी क्षेत्र में कफ्र्यू लागू, शेष जिले में धारा 144 लागू

पुलिस के आधा दर्जन वाहनों में तोड़फोड़, मोटरसाइकिल, ट्रक, पिकअप वाहनों को फूंका

एसपी पर हमला, पुलिस के आधा दर्जन जवानों के अलावे 50 से ज्यादा लोग हुए घायल

लोहरदगा : लोहरदगा जिले में गुरुवार का दिन काफी दुर्भाग्यपूर्ण रहा। नागरिकता संशोधन विधेयक के समर्थन में निकाले गए जुलूस के दौरान बीच रास्ते में पत्थरबाजी की घटना के बाद बाद बवाल मच गया। जिसके बाद अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। शहर के अलग-अलग हिस्सों में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई है। नागरिकता संशोधन विधेयक जुलूस के नाम पर लोहरदगा जल उठा। उपद्रवियों ने पत्थरबाजी की घटना को अंजाम दिया। इसके बाद पूरे शहर में देखते ही देखते आग सुलग उठा। जिससे अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। पुलिस के आधा दर्जन वाहनों में तोड़फोड़ की गई है। जिसमें पुलिस-प्रशासन के सूमो, जीप, वज्र वाहन सहित कई अन्य वाहन शामिल हैं। इसके अलावा उपद्रव के दौरान आम लोगों की मोटरसाइकिल, ट्रक, पिकअप वाहन आदि को जगह-जगह पर फूंक दिया गया।

दर्जन भर से ज्यादा वाहन फूंके

इस घटना में पुलिस-प्रशासन के अलावे दर्जन भर से भी ज्यादा वाहनों में आगजनी की घटना हुई है। उपद्रवियों का दुस्साहस ऐसा था कि एसपी प्रियदर्शी आलोक पर भी हमला किया गया। हालांकि सुरक्षा प्रहरियों ने खुद पत्थर की चोट खाकर एसपी को बचा लिया। इस घटना में एसपी के अंगरक्षक भी घायल हुए हैं। लोहरदगा में हुई इस घटना में 50 से ज्यादा आम लोग घायल हो गए। जिन्हें इलाज के लिए लोहरदगा सदर अस्पताल समेत निजी चिकित्सा केंद्र तक पहुंचाया गया। इस घटना में गंभीर रूप से घायल कई लोगों को बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया है। इसमें तलवार के हमले, छुरेबाजी, पत्थरबाजी की घटना में घायल लोग शामिल हैं। एहतियातन के तौर पर लोहरदगा शहरी क्षेत्र में कफ्र्यू और जिले के शेष क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दिया गया है। जुलूस शुरू होने के एक घंटा के बाद जैसे ही जुलूस अमला टोली के समीप पहुंची, वैसे ही पहले से ही घात लगाए उपद्रवियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

संभाली सुरक्षा की कमान

यहां पर पत्थरबाजी की घटना में आधा दर्जन से ज्यादा महिला-पुरुष घायल हो गए। जिन्हें तत्काल इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया। लोहरदगा में स्थिति तनावपूर्ण होने के बाद दक्षिणी छोटानागपुर के प्रमंडली आयुक्त विनोद कुमार, डीआईजी एवी होमकर, डीसी आकांक्षा रंजन, एसपी प्रियदर्शी आलोक, उप-विकास आयुक्त आर रोनिटा, अनुमंडल पदाधिकारी ज्योति झा, एसडीपीओ जितेंद्र कुमार सिंह, सदर थाना प्रभारी जयप्रकाश राणा सहित जिले से लेकर प्रखंड के प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी सड़क पर उतर गए। सभी अधिकारियों ने अपने-अपने तरीके से माहौल को शांत कराने के साथ सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाल ली है। हालांकि लोहरदगा शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र की स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। जिला प्रशासन द्वारा ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से लोगों को घर में ही रहने की हिदायत दी गई है। शहरी क्षेत्र में पुलिस के वाहनों के सायरन से सुरक्षित माहौल बनाने की कोशिश की गई है। दिन के समय शुरू हुआ यह बवाल देर शाम तक थमने का नाम ही नहीं ले रहा था। पुलिस प्रशासन को स्थिति सामान्य करने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।

Posted By: Inextlive