-सरकारी दफ्तरों में कम हुई फरियादियों की संख्या

-नया नोट हासिल करने के चक्कर में कर्मचारी भी नहीं पहुंच रहे दफ्तर

VARANASI

डीएम कार्यालय में फरियादी कम हो गए। विकास भवन में लोहिया आवास, पीएम आवास की मांग करने वाले नदारद हैं। आंगनबाड़ी संग तमाम ब्लॉकों से जुड़े शिकायती पत्रों की संख्या शून्य है। ऐसा नहीं कि इस शहर में सबकुछ दुरुस्त हो गया। ये तो नोट बंदी का असर है। तमाम वजहों से सरकारी दफ्तरों में चक्कर लगाने वाले इस वक्त बैंकों और एटीएम के चक्कर लगा रहे हैं। पुराने नोट के बदले नए नोट हासिल करने के लिए मशक्कत कर रहे हैं। दफ्तरों में भीड़-भाड़ कम होने से कर्मचारी राहत महसूस कर रहे हैं और पूरे दिन नोट बंदी की चर्चा में मशगूल रहते हैं।

बाबू और अधिकारी भी गायब

डीएम कार्यालय में डेली डेढ़ सौ से अधिक शिकायतें आती है। नोट बंदी के बाद इनकी संख्या आधी से भी कम हो गई है। विकास भवन में लोहिया आवास, पीएम आवास की मांग करने वाले भी तीन से चार सौ लोग पहुंचते थे। इनकी संख्या घटकर ख्0 से फ्0 हो गयी है। नोट बंदी ने आमजन के साथ ही सरकारी कार्यालयों के कामकाज को खासा प्रभावित किया है। ज्यादातर सरकारी दफ्तरों में अधिकारी दिख रहे हैं, न ही बाबू। कोई नोट बदलने में तो कोई निकालने में व्यस्त है। दफ्तरों में कामकाज का माहौल भी बिगड़ गया है। काम से ज्यादा नोट ही चर्चा के केंद्र में है। सरकार के नोट बंदी को सही साबित करने में मशगूल तो कुछ इसकी आलोचना में व्यस्त हैं।

Posted By: Inextlive