- त्यौहार के चलते पहले ही कर चुके हैं सामान बुक

- सामान न बिका तो हो जाएगा 250 करोड़ का घाटा

Meerut: उड़ी हमले के बाद पूरे देश में चाइनीज सामान का विरोध हो रहा है। इस विरोध से चाइनीज सामान बेचने वाले व्यापारी सहमें हुए हैं। व्यापारियों का मानना है कि इस शोर के चलते इस बार 50 फीसदी लोग कम चाइनीज सामान खरीद रहे हैं। जबकि उन्होने आतंकी गतिविधियों से पहले ही सामान बुक कर दिया था। अब उन्हे इस सामान को बेचने की चुनौती है।

फटका लगने के असार

सन 2014 की अगर बात करें तो लगभग 350 करोड़ का कारोबार चाइनीज सामान का दिवाली के मद्देनजर हुआ था। 2015 में कारोबार 355 करोड़ पर पहुंच गया, लेकिन इस बार कारोबार 100 करोड़ पर ही सिमटने के आसार हैं। यानी पिछले दो सालों की तुलना में 250 करोड़ का कारोबार को फटका लगने की उम्मीद जताई जा रही है।

क्या है उपलब्ध

बाजार में इन दिनों सबसे ज्यादा चाइनीज लाइट, झालर, लड़ी, दीपक, टार्च, खिलौने, मोबाइल, घड़ी, मोमबत्ती, साथ ही दर्जनों प्रकार के इलेक्ट्रिक आइटम उपलब्ध हैं।

डरे हुए हैं व्यापारी

यदि चाइनीज सामान का विरोध ही करना है, तो केन्द्रीय पॉलिसी में बदलाव करना पड़ेगा। जब जाकर चाइनीज सामान का सफाया हो सकता है। अब जगह-जगह चाइनीज सामान की होली जलाई जा रही है। जिसके चलते हम जैसे व्यापारी पिस रहे हैं। क्योंकि हम पहले ही सामान बुक कर चुके हैं।

-राकेश सिंघल, दुकानदार

इस विरोध ने तो नाक में दम कर रखा है। जो सामान पहले ही बुक कर चुके हैं, उसे तो बेचना ही पड़ेगा। लेकिन इस बार जो हल्ला मचा है उससे लगभग 40 फीसदी ग्राहक घट चुका है। जिसका सीधा नुकसान व्यापारी को हो रहा है। क्योंकि वह तो पहले ही पैमेंट कर चुका है।

-आकाश कुमार, व्यापारी

दिवाली की अगर बात करें तो, अकेले चाइनीज लाइट का ही 50 करोड़ से ज्यादा का कारोबार हो जाता है। जो विरोध के चलते डंप पड़ा है। जबकि दिवाली बिल्कुल नजदीक है। एक आंकड़े के मुताबिक चाइनीज सामान के विरोध के चलते इस बार व्यापारियों को लगभग 200 करोड़ की चपत लगना तय माना जा रहा है।

-पवन कुमार, व्यापारी

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फोटो नंबर 38 से 46 वर्जन सहित

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Posted By: Inextlive