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- यामाहा एजेंसी के कंप्यूटर का हैकर्स ने किया एनक्रिप्ट, 300 डॉलर की डिमांड

- पेमेंट के लिए 15 मई को रात 8 बजकर 2 मिनट तक का दिया वक्त

- प्रदेश में पहला केस हुआ डाइग्नोज, जांच में जुटी आईटी की टीम

syedsaim.rauf@inext.co.in

GORAKHPUR: शुक्रवार रात अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, स्वीडन, रूस और चीन समेत कुल 100 देशों को निशाना बनाने वाले साइबर अटैक की जद में इंडिया भी शुमार है। आंध्र प्रदेश पुलिस डिपार्टमेंट के सिस्टम पर हमला बोलने के बाद अब उनका दायरा यूपी की ओर भी बढ़ गया है। रविवार को गोरखपुर से इस मामले का पहला केस डायग्नोज हुआ। इसमें हैकर्स ने यमाहा एजेंसी के कंप्यूटर को निशाना बनाते हुए सारे डाटा एनक्रिप्ट कर दिए हैं। उन्होंने जिम्मेदारों को 15 मई रात आठ बजे तक का वक्त दिया है। इस दौरान पेमेंट न करने की कंडीशन में सारे डाटा इरेज करने की चेतावनी दी है।

कोई नहीं कर सकता डीक्रिप्ट
हैकर्स ने सिस्टम पर मैसेज भेज रखा है, जिसमें साफ है कि आपके डाटा, डॉक्यूमेंट्स, फोटो, वीडियो और डाटाबेस और दूसरी जरूरी चीजें एनक्रिप्ट होने की वजह से एक्सेसबल नहीं हैं। इन्हें कोई भी डिक्रिप्ट नहीं कर सकता, सिवाय उनकी डिक्रिप्ट सर्विस के, इसलिए बिना वक्त बर्बाद किए फौरन पेमेंट कर दें। उन्होंने साफ मैसेज लिखा है कि इस बात की गारंटी है कि यूजर्स की सारी फाइल और डाटा इर्1जली रिकवर हो जाएंगी।

है खतरनाक वायरस, रहें अलर्ट
दुनिया के सबसे बड़े साइबर हमले की झलक, जिसकी चपेट में गोरखपुर भी आ गया है। एक्सप‌र्ट्स की मानें तो साइबर स्पेस में एक ओपन वायरस छोड़ दिया गया है। यह अननोन सोर्स और अनवांटेड क्लिक पर अटैक कर देता है। इसका सबसे ज्यादा असर अनऑथराइज विंडो यूजर्स और अनरजिस्टर्ड सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करने वाले लोगों को पड़ने के चांस हैं। माइक्रो सॉफ्ट ने अपने यूजर्स के लिए पैच फाइल रिलीज की है, जिसे अपडेट करने के बाद इस हमले से बचा जा सकता है। लेकिन इल्लीगली विंडो यूज कर रहे लोगों को इससे कोई फायदा नहीं होगा।

डू एंड डोंट्स
- जेनविन ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करें।

- अननोन फाइल को न डाउनलोड करें।

- अननोन सोर्स या साइट पर विजिट न करें।

- गूगल या दूसरे सर्च इंजन पर आने वाले रिजल्ट्स में से लिमिटेड और नोन सोर्स का ही सेलेक्शन करें।

- अगर कंप्यूटर इंफेक्टेड हो गया है तो उसे फौरन सर्वर से अलग कर दें।

- इसकी जानकारी फौरन ही साइबर सेल में दें।

कंपनी को दी जानकारी
रविवार सुबह से ही कंप्यूटर ऑन नहीं हो पा रहा था। जब मैसेज चेक किया तो उसमें 300 डॉलर पेमेंट करने की बात थी। समझ में नहीं आ रहा है कि पेमेंट करूं या नहीं, काफी दुविधा में हूं। कंपनी को इस बात की जानकारी दे दी गई है।
- संदीप वैश्य, ओनर, यामाहा एजेंसी

अननोन सोर्स की वजह से हैक
यह वही ग्लोबल साइबर अटैक का केस है। इसमें यूजर्स का कंप्यूटर किसी अननोन सोर्स की वजह से हैक हो सकता है। यह एक वाइरस है जो फाइल को एनक्रिप्ट कर देता है। नाइलिट की टीम इस मामले में जुट गई है।
- निशांत त्रिपाठी, डिप्टी डायरेक्टर, नाइलिट

Posted By: Inextlive