-पीडि़त निवास स्थान के थाने में ही दर्ज करा सकेगा रिपोर्ट

-प्रेमनगर थाना में साइबर ठगी का केस किया गया दर्ज

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BAREILLY: साइबर ठगी के मामले में अब थानों की पुलिस पीडि़त को यह कहकर नहीं टरका सकेंगी कि जिस एरिया में वारदात हुई है, उस एरिया के थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराएं। अब पीडि़त अपने निवास एरिया के थाना में ही एफआईआर दर्ज करा सकेगा। डीजीपी का यह आदेश आए हुए करीब 15 दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी भी कई थाने ऐसे हैं, जिन्हें इसकी जानकारी ही नहीं है। जिसकी वजह से वह पुराने ढर्रे पर चल रहे हैं। थर्सडे को भी प्रेमनगर थाना में साइबर ठगी का एक केस दर्ज किया गया।

अलग-अलग तरह से करते हैं ठगी

साइबर ठगी के केस बरेली में रोजाना सामने आ रहे हैं। इस वर्ष अब तक करीब 80 केस साइबर ठगी के सामने आ चुके हैं। कोई बैंक अधिकारी बनकर ठगी कर रहा है तो कोई एटीएम सही करने के बहाने लोगों को अपने जाल में फंसा रहा है। कोई केबीसी के नाम पर ठगता है तो कोई पीएम की योजनाओं के नाम पर। ऐसे में ठगी का शिकार व्यक्ति सबसे पहले बैंक में दौड़ता है तो उसे थाने जाने के लिए बोल दिया जाता है। वह उसी थाने में पहुंचता है, जिस एरिया में रहता है लेकिन उसे वहां से यह कहकर टरका दिया जाता है कि उसकी बैंक दूसरे थाना एरिया में है, वह वहां जाकर रिपोर्ट दर्ज कराए। इधर-उधर के चक्कर में ठग पूरी रकम निकाल लेते हैं और मामला साइबर सेल तक पहुंचने तक काफी देर हो चुकी होती है। जबकि आरबीआई की गाइडलाइंस के मुताबिक क्राइम होने के 5 दिन में सूचना देने पर ही बैंक कस्टमर को रकम वापस करती है।

यह जारी किए गए हैं निर्देश

-जब भी कोई पीडि़त निवास स्थान के थाने पर पहुंचे तो उसकी अप्लीकेशन लेकर फोटोकॉपी पर रिसीविंग दे दी जाए और तुरंत साइबर सेल को सूचना दी जाए

-थाने में घटना स्थल दूसरे एरिया का होने के बावजूद तुरंत एफआईआर दर्ज कर साइबर सेल को इन्फॉर्म किया जाए

-प्रॉब्लम क्रेडिट या डेबिट कार्ड के डाटा-पिन लीक होने के संबंध में हो तो पीडि़त की तुरंत लॉक करने में मदद करें

-ई मेल का पासवर्ड हैक होकर डाटा लीक हुआ हो तो पीडि़त को तुरंत ई-मेल ब्लॉक करने में मदद की जाए

-साइबर सेल की विवेचना से यदि पेमेंट गेटवे से बैंक का डाटा लीक होना आए तो बैंक या गेटवे से तुरंत पैसा वापस करने के लिए ईमेल करें

-साइबर सेल के द्वारा बैंकों को डेबिट फ्रीज करने के लिए मेल किया जाए

-एएसपी क्राइम के द्वारा साइबर क्राइम से जुड़े मामलों की मंथली समीक्षा भी की जाए

केबीसी के नाम पर ठगी का प्रयास

कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। रोहित कोली ने बरेली पुलिस को ट्विटर पर शिकायत की है। रोहित को साइबर सेल में आकर शिकायत करने के लिए बोला गया है। रोहित के पास व्हाट्सएप मैसेज पहुंचा है, जिसमें कौन बनेगा करोड़पति का लोगो लगा है। इसमें ऑल इंडिया सिम कार्ड लकी ड्रा कॉम्पिटीशन लिखा है, जिसके तहत सभी मोबाइल कंपनियों के सिम के बारे में भी लिखा है। इसमें लिखा है कि उन्होंने केबीसी डिपार्टमेंट के द्वारा 25 लाख का इनाम जीता है। यही नहीं पीएम मोदी की फोटो भी लगा रखी है। प्राइज नंबर भी दिया है लेकिन प्राइज की स्पेलिंग गलत लिखी है। इसके साथ एक वॉयस मैसेज भेजा है।

Posted By: Inextlive