- वन सिम, वन फ्राड नो मोर का फंडा होगा

- पब्लिक भी फेक सिम से कॉल करने वालों की दर्ज कर सकेगी शिकायत

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LUCKNOW: साइबर सेफ पोर्टल ऑनलाइन ठगी की घटनाओं पर अंकुश लगाएगा। पोर्टल से फेक नंबर और फेक बैंक अकाउंट ब्लॉक किया जाएगा ताकि फेक नंबर व अकाउंट से जालसाज दूसरों लोगों को शिकार न बना सकें। साइबर सेफ पोर्टल यूपी के सभी डिस्ट्रिक्ट के लिए बनाया गया है। डिस्ट्रिक्ट के सभी साइबर सेल के पास पोर्टल का एक्सिस रहेगा। यहीं नहीं पब्लिक भी इस पोर्टल से अपनी शिकायत सीधे कर सकती है। इसके तहत जांच कर कार्रवाई की जाएगी। लखनऊ में नए साल से पोर्टल एक्टिव हो जाएगा। अभी तक करीब पचास से ज्यादा शिकायतें पोर्टल में दर्ज कराई जा चुकी हैं।

वन सिम, वन फ्रॉड नो मोर का फंडा

साइबर सेफ पोर्टल का असली मतलब है वन सिम, वन फ्रॉड नो मोर फ्रॉड। यानि एक सिम कार्ड से अगर जालसाज किसी के साथ फ्रॉड करता है तो न केवल उस सिम कार्ड को ब्लॉक कर दिया जाएगा बल्कि उस बैंक अकाउंट को भी ब्लॉक कर दिया जाएगा जिसमें फर्जी तरीके से ऑनलाइन रकम को ट्रांसफर किया गया है। इससे वह उस नंबर व अकाउंट से किसी दूसरे के साथ फ्रॉड नहीं कर सकेगा।

फेक सिम बिकने पर लगेगी लगाम

सभी मोबाइल कंपनी से टाइअप कर फेक सिम कार्ड की बिक्री को लगाम लगाने के लिए भी प्रयास किया जा रहा है। अब सिम खरीदने पर शॉप कीपर को कस्टमर को सेल्फी खींच कर अपने रिकार्ड में रखनी होगी। ताकि सिम कार्ड से फर्जीवाड़ा या किसी तरह का अपराध करने पर आरोपी को फोटो के जरिए जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।

नहीं खुल सकेंगे फेकबैंक अकाउंट

अभी तक जालसाज फेक सिम के साथ दूसरे के नाम से फर्जी बैंक अकाउंट खोल कर उससे फर्जीवाड़ा करते हैं। वन सिम, वन फ्रॉड के साइबर सेफ पोर्टल के जरिए प्रदेश भर के बैंक में चल रहे फर्जी अकाउंट को भी ब्लॉक किया जाएगा ताकि पीडि़त की मेहनत की कमाई को फर्जी अकाउंट में ऑनलाइन ट्रांसफर से रोका जा सके।

पचास फीसदी घटना रोकी जा सकेगी

ऑनलाइन फ्रॉड के मामले अकेले लखनऊ में हर साल बढ़ रहे हैं। हर साल दो से तीन हजार मामले ऑनलाइन फ्रॉड के आ रहे हैं। साइबर सेफ पोर्टल के जरिए इस पर लगा लगाया जा सकेगा। इससे ऑनलाइन ठगी की पचास फीसदी घटनाएं रोकी जा सकेंगी। पोर्टल में ऑनलाइन ठगी की घटना या फिर ऑनलाइन ठगी की घटना का प्रयास करने वालों का भी मोबाइल नंबर व बैंक एकाउंट ब्लॉक किया जाएगा।

पब्लिक भी कर सकती है सीधे शिकायत

कई बार लोगों के पास फ्रॉड कॉल तो आती है, लेकिन उनके सजग होने के चलते ठगी की वारदात नहीं हो पाती है। लोग उस नंबर की शिकायत लेकर थाने जाते थे, लेकिन न तो उनकी एफआईआर दर्ज की जाती थी और न ही उस नंबर के खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई कर सकती थी। नंबर ब्लॉक का सिस्टम मोबाइल कंपनियों के पास होता था। अब साइबर सेफ पोर्टल के जरिए मोबाइल कंपनी द्वारा एक्शन का इंतजार नहीं करना होगा। पोर्टल में नंबर की शिकायत करते ही साइबर सेल उसे ब्लॉक कर देगी। इसका एक्सिस डिस्ट्रिक्ट के सभी साइबर क्राइम सेल को उपलब्ध करा दिया गया है। यूपी कॉप की तरह साइबर सेफ पोर्टल को मोबाइल फोन पर डाउनलोड कर पब्लिक अपनी शिकायत सीधे दर्ज करा सकती है। अभी तक लखनऊ में करीब पचास से ज्यादा शिकायतें आई हैं। जिनके नंबर व एकाउंट को ब्लॉक करने की शुरुआत जनवरी में शुरू हो जाएगी।

कोट

साइबर सेफ पोर्टल के जरिए ठगी की घटनाओं को न केवल रोका जा सकेगा, बल्कि एक्टिव फेक सिमकार्ड व बैंक अकाउंट को भी ब्लॉक करने में मदद मिलेगी। ताकि फेक सिम व बैंक एकाउंट से ठग लोगों की मेहनत की कमाई न लूट सकें।

एसके रावत, एसपी पूर्वी

Posted By: Inextlive