क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: सिटी को स्मार्ट बनाने के लिए रांची में पब्लिक साइकिल शेयरिंग सिस्टम की शुरुआत तीन मार्च को हो गई. वहीं लोगों को इसका डेमो भी दिया गया. जगह-जगह साइकिल शेयरिंग स्टेशन पर साइकिल भी उतर चुके हैं. इसके बावजूद कुछ साइकिल शेयरिंग स्टेशनों पर नगर निगम ने कब्जा जमा रखा है. जहां पर गाडि़यों की पार्किग कराकर नगर निगम लोगों से पार्किग चार्ज वसूल रहा है. इससे साइकिल शेयरिंग स्टेशन पर साइकिल लोग ड्राप नहीं कर पा रहे हैं. इस चक्कर में उन्हें दूसरे स्टेशनों का रुख करना पड़ रहा है.

होम गा‌र्ड्स करा रहे पार्किग

सिटी में बढ़ते पॉल्यूशन में कमी लाने के लिए साइकिल शेयरिंग की शुरुआत की गई है. लेकिन शेयरिंग स्टेशनों को ही नगर निगम ने पार्किग बना दिया है. वहीं उन जगहों पर नगर निगम होम गा‌र्ड्स को तैनात कर रखा है, जो गाडि़यों की पार्किग कराते हैं. इसके बदले में उनसे टाइम के हिसाब से पार्किग चार्ज भी वसूला जाता है. लेकिन इस चक्कर में साइकिल शेयरिंग स्टेशन का इस्तेमाल नहीं होगा और वे बर्बाद हो जाएंगे.

वर्जन

सिटी की पब्लिक भी इनोसेंट और सिविलाइज्ड है, जो साइकिल को तोड़ डालती है. जबरदस्ती लोग गाडि़यां पार्क कर देते हैं. इसके बाद ब्लेम रांची नगर निगम को किया जाता है. लोगों को खुद भी सेंस होना चाहिए. पब्लिक की गलती के लिए नगर निगम जिम्मेवार नहीं है.

मनोज कुमार, नगर आयुक्त, आरएमसी

Posted By: Prabhat Gopal Jha