Cyclone Remal Landfall update: बंगाल की खाड़ी में उठ रहा चक्रवाती तूफान 'रेमल' कब और कहां कितना असर दिखा सकता है। इसको लेकर भारतीय मौसम विभाग ने वेतावनी जारी की है। 24 मई से 27 मई तक मछुआरों को उत्तरी बंगाल की खाड़ी में न जाने की सलाह दी गई है। चक्रवाती तूफान और भारी बारिश की आंशका से लोगों को सावधान रहने को कहा गया है।

नई दिल्ली(एजेंसी)। Cyclone Remal Landfall News: तपती गर्मी की वजह से दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत के लोगों का हाल बेहाल हो गया है। कई शहरों का तापमान 48 डिग्री के ऊपर पहुंचा हुआ है तो वहीं दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश के कुछ राज्यों में हीटवेव का सितम जारी है। इसी बीच बंगाल की खाड़ी में भंयकर चक्रवाती तूफान के उठ रहा है जो की बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव से उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों से दूर बंगाल खाड़ी के ऊपर कम दवाब का क्षेत्र बना रहा है। रेमल नाम का यह तूफान आने वाले कई दिनों में बांग्‍लादेश के सुंदरवन से लेकर ओडिशा के तटीय इलाकों में आफत ला सकता है। फिलहाल मौसम विभाग ने मछुआरों को शुक्रवार और शनिवार को समुद्र तट के आस-पास नहीं जाने की चेतावनी दी है और मछली पकड़ने गए मछुआरों को अपने स्थानों को लौटने की सलाह दी है क्योंकि बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान 25 मई तक तटीय इलाकों में लैंडफॉल कर सकता है, जिसके कारण 102 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका है।

मानसून और वर्षा का भारत में आगमन
आईएमडी ने चक्रवात की वजह से ओडिशा के उत्तरी जिलों, उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश में मध्यम बारिश की आशंका जताई है। इसके अलावा मिजोरम, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने जानकारी देते हुए कहा कि यह इस मानसून का पहला चक्रवाती तूफान है और इसका आने वाले मानसून पर खासा असर दिखाई दे सकता है। मौसम से जुड़ी रिपोर्ट्स की मानें तो जून और सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश के साथ भारत में सामान्य मानसून की उम्मीद की जा सकती है।

चक्रवात का नाम क्या है
मौसम विभाग ने जानकारी देते हुए कहा कि चक्रवातों के नामकरण प्रणाली के मुताबिक इस सीजन के मॉनसून का यह पहला चक्रवाती तूफान बंगाल की खाड़ी से उठा है, जिसका नाम रेमल रखा गया है, और इसके नाम का सुझाव ओमान ने दिया है।

Posted By: Chandramohan Mishra