कोमेन चक्रवाती तूफान ने वेस्‍ट बंगाल में कहर बरपा दिया है। इस वजह से वहां के गांगेय क्षेत्रों में कल से ही भारी बारिश हो रही है और तेज हवाएं चल रही है। हजारों पेड़ उखड़ गए हैं और सैंकड़ों घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। यहीं नहीं कई इलाके तो जलमग्‍न हो गए हैं।

अगले 48 घंटे और रहेंगे खतरनाक
चक्रवाती तूफान 'कोमेन' ने बांग्लादेश के साथ पश्चिम बंगाल में भी कहर बरपाना शुरु कर दिया है। हावड़ा, उत्तर 24 परगना व नदिया जिले इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। भारी बारिश और तेज हवा से सैकड़ों घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और हजारों पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। इससे सड़क व रेल यातायात प्रभावित हुआ है। मुर्शिदाबाद में दो लोगों के मरने और 12 के घायल होने की सूचना है। 'कोमेन' के कारण बंगाल में अगले 48 घंटों में भारी बारिश के साथ तूफान की चेतावनी जारी की गई है। इस बीच दक्षिण बंगाल के कई जिलों में तेज हवा के साथ भारी बारिश का सिलसिला कल दोपहर से ही शुरू हो गया।
भारी बारिश के आसार
अलीपुर मौसम कार्यालय से मिली जानकारी के अने कहा है कि राज्य में प्रवेश करने के साथ चक्रवात कमजोर हो जाएगा, जिस कारण हवा की गति कम होगी लेकिन भारी बारिश होगी। इस दौरान बांकुड़ा, बर्द्धमान, बीरभूमि, पूर्वी मेदिनीपुर, हुगली, हावड़ा, मालदा, मुर्शिदाबाद, नदिया, उत्तर 24 परगना, पुरुलिया और दक्षिण 24 परगना जिलों में भारी बारिश होगी।
गुजरात और राजस्थान में तबाही
गुजरात में लगातार हो रही बारिश के बाद जहां साबरमती का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच चुका है वहीं राज्य के कई हिस्सों में लोग बाढ़ के हालातों से जूझ रहे हैं। गुजरात में अब तक भारी बारिश के चलते 70 लोगों की मौत हो गई है वहीं हजारों लोग इससे प्रभावित हुए हैं। सरकार ने गुजरात और राजस्थान में बाढ़ जैसी स्थिति से लोगों को बचाने के लिए नेश्ानल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स के 700 जवानों के अलावा 3 हेलिकॉप्टर और 30 बोट तैनात कर दी है जो प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में टापू हो चुके गांवों से लोगों को निकालने में लगे हैं।
रेस्क्यू टीमें हुईं तैनात
गुजरात में ही NDRFकी 15 सर्च और रेस्क्यू टीमें तैनात की गईं हैं जिसके 510 ट्रेंड वर्कर्स और 57 बोट्स की मदद से गुजरात के भुज, बनसकांता और अहमदाबाद में रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हैं। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल से बात करके केंद्र द्वारा पूरी सहायता देने का आश्वासन दिया है। वहीं उड़ीसा में भी हाल बेहाल हैं और बाढ़ से घिरे जिलों में 2.40 लाख लोग प्रभावित बताए जा रहे हैं। बाढ़ से जो सबसे ज्यादा प्रभावित जिले हैं उनमें जाजपुर, मयुरभंज, बालासोर और भद्रक शामिल हैं। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने स्थिति का जायजा लेते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के आदेश दिए हैं।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari