Meerut : दिन में अंधेरा छा गया. धूल भरी हवाओं से लोगों का बचना मुश्किल हो गया. कई जगह पेड़ उखड़ गए. दीवारें ढह गईं. होर्डिंग तहस-नहस हो गए. साथ में बारिश भी हुई. मेरठ के लोगों ने सोमवार दोपहर कुछ ऐसा ही चक्रवात देखा.


आ गया चक्रवातदोपहर तकरीबन तीन बजे मौसम ने करवट ली। अचानक आंधी शुरू हो गई। चक्रवात ने शहर की सूरत बदल दी। मौसम विभाग के अनुसार हवा की रफ्तार 90 किलोमीटर प्रति घंटा थी। कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक असिस्टेंट प्रोफेसर उदय प्रताप शाही ने बताया कि इस चक्रवात को आना ही था। पिछले कुछ दिनों से काफी गर्मी हो रही थी। टेंप्रेचर 45 के आसपास जा रहा था। हवा का प्रेशर पडऩे पर इस तरह का संयोग बना।थोड़ी मिली ‘फौरी’ राहतये चक्रवात अपने साथ बारिश लेकर आया। मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान 22 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। जिसने अधिकतम तापमान में तीन डिग्री की कमी दर्ज की गई। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस चेंज से कुछ दिन के लिए राहत रहेगी, लेकिन गर्मी फिर से पड़ेगी। सब कुछ उड़ा


सिटी की स्थिति काफी भयावह थी। कई इलाकों के हॉर्डिंग्स, बैनर टूट गए। कई पेड़ उखड़ गए। कई जगह पेड़ गिरने से दुकानों, मकानों और वाहनों को नुकसान पहुंचा। घरों के ऊपर लगे भारी भरकम होर्डिंग उखड़ गए, जिन्होंने घरों की दीवारों को भी नुकसान पहुंचाया। शहर हुआ पानी-पानी

बारिश के चलते शहर के कई इलाकों में पानी भर गया। घंटाघर, नगर निगम, भूमिया का पुल, केसर गंज, डीएन कॉलेज के पास, खैर नगर, पीएल शर्मा अस्पताल रोड, रेेलवे रोड, ईदगाह रोड आदि में जलभराव के चलते लोगों का निकलना मुश्किल हो गया। 'वायुमंडल में हवा का दबाव बढऩे से चक्रवात आया, जिसकी रफ्तार 90 किलोमीटर प्रति घंटा थी। मौसम में थोड़ा ठंडापन आया है, लेकिन कुछ दिनों बाद गर्मी अपने तेवर दिखाएगी.'- डॉ। उदय प्रताप सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर, कृषि विश्वविद्यालय फैक्ट्स एंड फिगर- चक्रवात में चार लोगों की मौत हो गई तथा दर्जनों लोग घायल।- चक्रवात की रफ्तार 90 किमी। प्रति घंटा थी। - इस दौरान शहर में 200 हॉर्डिंग्स गिर गए। - 150 पेड़ों के गिरने की सूचना मिली। - दो दर्जन से अधिक दुकान और मकान क्षतिग्रस्त।- करीब 50 टू व्हीलर और फोर व्हीलर क्षतिग्रस्त हुए।चार लोगों की मौतचक्रवात के दौरान चार लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए। हापुड़ रोड चुंगी पर होर्डिंग्स के गिरने पर मुजाबिल की मौत हो गयी। अहमदनगर में जूते की रैक गिरने से 12 साल के असलम की मौत हो गई। मवाना क्षेत्र के खजूरी में साइकिल सवार बिजेन्द्र की आंधी के कारण नाले में गिरकर मौत हो गई। सरधना के गोमतीनगर में मलबे में दबने से अब्दुल हमीद की मौत हो गयी।

Posted By: Inextlive