दून मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामला सामने आने के बाद वेडनसडे को एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक

देहरादून,

दून मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का मामला सामने आने के बाद वेडनसडे को एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक आयोजित की गई। कॉलेज प्रशासन ने इस मामले से जुड़े तमाम पहलूओं की जांच की। सीनियर व जूनियर स्टूडेंट्स से बात करने के साथ ही हॉस्टल आदि की सीसीटीवी फुटेज खंगाली। इसके अलावा सुरक्षा गार्ड, केयर टेकर आदि के भी बयान लिए। कॉलेज प्रशासन का दावा है कि प्रथम दृष्टया रैगिंग का कोई प्रमाण नहीं मिला है। न किसी तरह की कोई शिकायत कॉलेज प्रशासन को मिली है।

सीसीटीवी कैमरे खंगाले

मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आशुतोष सयाना ने बताया कि कॉलेज को रैगिंग फ्री बनाने के लिए परिसर में एक शिकायत पेटी रखवाई गई है। स्टूडेंट्स से अपील की गई है कि कोई भी ऐसी घटना होने पर इस पेटी में शिकायत डाल सकता है। उसकी पहचान भी गुप्त रखी जाएगी। लेकिन उक्त मामले में किसी भी तरह की शिकायत नहीं मिली है। जांच टीम ने कॉलेज के सभी सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग खंगाली है। फिलहाल कोई प्रमाणिक तथ्य नहीं मिले हैं। लेकिन फिर भी रैगिंग कमेटी अपनी स्तर से पूरी जांच कर सभी पहलु सुनिश्चित करना चाहती है। प्रिंसिपल ने बताया कि मीडिया के जरिए बीती 23 अगस्त को नए बैच की कुछ स्टूडेंट्स के साथ रैगिंग की बात सामने आई है, उस दिन जन्माष्टमी का अवकाश था। दिन में स्टूडेंट्स एफआरअर्फ भ्रमण पर गए थे। शाम के वक्त महिला छात्रावास में जन्माष्टमी पर सूक्ष्म आयोजन किया गया था। सीसीटीवी फुटेज में रैगिंग का कोई प्रमाण नहीं मिला है। एंटी रैगिंग कमेटी ने एक तर्क ये दिया है कि नए बैच के इमीडिएट सीनियर यानी 2018 बैच के स्टूडेंट्स पिछले एक माह से कॉलेज में नहीं हैं।

Posted By: Inextlive