- एलटी ग्रेट भर्ती : गृह विभाग ने दिया जांच के आदेश, एलयू ने एसटीएफ से जांच कराने की थी मांग

741 पदों पर प्रक्रिया

2 लाख 75 हजार आवेदन

800 से अधिक मार्कशीट फर्जी

384 पर एफआईआर दर्ज

LUCKNOW: बीते तीन मंथ से लखनऊ यूनिवर्सिटी में आई फर्जी मार्कशीट्स की बाढ़ को रोकने के लिए यूनिवर्सिटी की पहल को शासन की मंजूरी मिल गई है। प्रदेश के गृह विभाग ने यूनिवर्सिटी में सामने आए बड़े पैमाने पर ग्रेजुएशन और बीएड की फर्जी मार्कशीट्स के जांच के लिए एसटीएफ से कराने की मंजूरी दे दी है। ज्ञात हो कि राजधानी में चल रहे राजकीय स्कूलों में एलटी ग्रेड भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर एलयू की फर्जी मार्कशीट्स का खुलासा हुआ था। इसके बाद यूनिवर्सिटी वीसी प्रो। एसबी निमसे ने इस पूरे मामले की जांच एसटीएफ से कराने के लिए उच्च शिक्षा विभाग को लेटर लिखा था। जिसे उच्च शिक्षा विभाग ने मंजूरी के लिए गृह विभाग को भेजा था।

वीसी बोले, हर संभव मदद

एलयू में एक साथ इतने बड़े पैमाने पर फर्जी मार्कशीट्स के सामने आने से यूनिवर्सिटी की छवि खराब हो रही थी। यूनिवर्सिटी प्रशासन इस मामले पर रोक लगाने के लिए अपने स्तर से जो भी बदलाव हो सकते थे। उसे लागू कर दिया पर फर्जी मार्कशीट्स बनाने के लिए जो गिरोह सक्रिय हैं, उस पर उसका कोई रोक लगाने में कामयाब नहीं हो पा रहा था। यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। एसबी निमसे ने बताया कि यूनिवर्सिटी एसटीएफ को इस मामले की जांच में जो भी सपोर्ट चाहिए देने को तैयार है। उन्होंने बताया, 'इस फर्जीवाड़े ने यूनिवर्सिटी की छवि का खराब किया है। हमने उच्च शिक्षा विभाग को लेटर भेजा हैं। जिसमें इस मामले की जांच के लिए गठित एसटीएफ की टीम को पूरी सपोर्ट करने की बात कही हैं.'

1100 से अधिक का वेरीफिकेशन

एलटी ग्रेड शिक्षक की भर्ती में मार्कशीट्स के वेरीफिकेशन के दौरान अभी तक कुल 11 सौ से मार्कशीट्स का वेरीफिकेशन किया गया है, जिनमें आठ सौ से अधिक फर्जी घोषित की जा चुकी हैं। पहले चरण में 350 अधिक मार्कशीट्स मिली थीं। बाद में एलयू को 123 और फर्जी मार्कशीट्स मिली थी। इसमें 46 कैंडीडेट्स बीपीएड में फर्जी मार्कशीट मिली थी। इसी क्रम में लखीमपुर खीरी की एलटी ग्रेड की भी 121 फर्जी मार्कशीट के अलावा 114 और 21 मेरठ और इलाहाबाद की आठ मार्कशीट फर्जी पकड़ी गईं।

फर्जीवाड़ा करने वालों पर शिकंजा

एलटी ग्रेड भर्ती प्रक्रिया में अभी तक ज्वाइंट डायेक्टर माध्यमिक शिक्षा परिषद लखनऊ मंडल की ओर से बीते दस सितंबर को 123 व उसके अगले दिन 33 कैंडीडेट्स पर एफआईआर दर्ज कराने की संस्तुति शासन को भेज दी थी। इसके बाद मंडे को जेडी ने 228 और कैंडीडेट्स पर एफआईआर दर्ज कराने की बात कही है। उन्होंने बताया कि एग्जाम कंट्रोलर लखनऊ यूनिवर्सिटी को भेजी गई 240 मार्कशीट्स के वेरीफिकेशन में से, 12 मार्कशीट्स सही पाई गई जबकि 228 मार्कशीट्स फर्जी निकली थी। जेडी ने बताया कि उनकी रिपोर्ट में एफआईआर दर्ज कराने की संस्तुति की गई है।

741 पदों की चल रही है भर्ती प्रक्रिया

बता दें कि लखनऊ मंडल में राजकीय स्कूलों की 741 पदों पर एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। इसमें करीब दो लाख 75 हजार कैंडीडेट्स ने आवेदन किए थे। भर्ती के लिए कैंडीडेट्स का चयन हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, ग्रेजुएशन व बीएड के मा‌र्क्स को जोड़कर तैयार की गई मेरिट के आधार पर होना है। भर्ती प्रक्रिया में मेरिट में आने के लिए कई कैंडीडेट्स ने बड़ी संख्या में ग्रेजुएशन और बीएड की फर्जी मार्कशीट्स लगा दी थीं। हद तो तब हो गई जब 17 अप्रैल को काउंसिलिंग के दौरान इन फर्जी मार्कशीट को नहीं पकड़ा जा सका। मगर बाद में वेरीफिकेशन के दौरान बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। इसमें एलयू सहित स्टेट की अन्य यूनिवर्सिटीज के नाम पर बनाई गई फर्जी मार्कशीट्स पकड़े जाने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया था।

Posted By: Inextlive