-न्याय की गुहार लगा रहे महादलित

KHAGARIYA/PATNA: आज से 35 साल पहले फरकिया के 60 महादलित मुसहर परिवारों को सरकार ने खेती के लिए सी¨लग की जमीन दी थी। लेकिन, आज इस जमीन पर दबंगों का कब्जा है। गरीब जब खेत पर जाते हैं, तो उन्हें खदेड़ दिया जाता है। ये अलौली अंचल कार्यालय से लेकर समाहरणालय तक का चक्कर लगाते-लगाते थक चुके हैं। लेकिन, कब्जा नहीं मिला है। कई लोगों की मौत हो चुकी है। ज्ञात हो कि इनमें से कई की जमीन पूर्व के अंचलकर्मी की मिलीभगत से बेची भी जा चुकी है। उक्त अंचल कर्मी की भी मौत हो चुकी है।

क्या कहते हैं महादलित पर्चाधारी

अलौली प्रखंड के मोहनपुर गांव के रंजीत सदा का कहना हुआ कि जमीन का पर्चा है, परंतु, दखल नहीं है। दबंग जोत रहे हैं। मोहनपुर के नारायण सदा ने कहा कि जमीन पर जोत को जाते हैं, तो दबंग भगा देते हैं। कहते हैं- 'इसी जमीन में दफन कर देंगे.' अंचल से लेकर डीएम कार्यालय तक गुहार लगाकर थक चुके हैं।

बुलाई महापंचायत, आंदोलन का एलान

बीते 24 नवंबर को बहिष्कृत हितकारी संगठन के बैनर तले कोदरा में महापंचायत बुलाई गई। इसमें कोदरा, मोहनपुर, प्रकाश टोल, दासिन टोल, बनहेर आदि के पांच सौ के करीब महादलित शामिल हुए। बहिष्कृत हितकारी संगठन के संस्थापक संजीव डोम के नेतृत्व में शांतिपूर्ण आंदोलन का निर्णय लिया गया। संजीव डोम ने कहा कि समस्या की ओर डीएम का ध्यान आकृष्ट कराया गया है। अगर जल्द दखल-कब्जा नहीं मिला, तो आंदोलन को तेज किया जाएगा।

कुछ लोगों का कब्जा है, बाकी को भी कब्जा दिलाया जाएगा। पर्चा में चौहद्दी दर्ज नहीं होने के कारण जमीन पर दखल-कब्जा दिलाने में दिक्कत हो रही है। प्राइवेट अमीन रखकर मापी कराई जाएगी।

-प्रमोद श्रीवास्तव, सीओ, अलौली

Posted By: Inextlive