Daily Panchang in Hindi 13 May 2021: तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। गुरुवार 13 मई 2021 के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।


डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 13 May 2021 गुरुवार को द्वितीया तिथि पूर्ण रात्रि तक तदोपरान्त तृतीया तिथि है। द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म हैं तथा तृतीया तिथि के स्वामिनी मां पार्वती हैं। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है। रोहिणी नक्षत्र के स्वामी चन्द्र देव जी हैं तथा मृगशिरा नक्षत्र के स्वामी इंद्र देव जी है। गुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। इस तिथि में बैंगन और नींबू नही खाना चाहिए यह तिथि प्रतिष्ठा, यात्रा, विवाह, आभूषण आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

13 मई 2021 दिन-गुरुवार का पंचांगसूर्योदयः- प्रातः 05:31:05सूर्यास्तः- सायं 07:03:11


विशेषः- गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।विक्रम संवतः- 2078शक संवतः- 1943आयनः- उत्तरायणऋतुः- ग्रीष्म ऋतुमासः- वैशाख माहपक्षः- शुक्ल पक्षतिथिः- द्वितीया तिथि पूर्ण रात्रि तक तदोपरान्त तृतीया तिथितिथि स्वामीः- द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म हैं तथा तृतीया तिथि के स्वामिनी माँ पार्वती हैं।

नक्षत्रः- रोहिणी नक्षत्र पूर्ण रात्रि तक तदोपरान्त मृगशिरानक्षत्र स्वामीः- रोहिणी नक्षत्र के स्वामी चन्द्र देव जी हैं तथा मृगशिरा नक्षत्र के स्वामी इंद्र देव जी है। योगः- अतिगंड 00:49:00 तक तदोपरान्त सुकर्म दिशाशूलः- गुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 08:54:00 A.M से 10:36:00 P.M तकराहुकालः- आज का राहु काल 01:59:00PM से 03:40:00P. M तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में बैंगन और नींबू नही खाना चाहिए यह तिथि प्रतिष्ठा, यात्रा, विवाह, आभूषण आदि के लिए शुभ है।“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra