Daily Panchang in Hindi 16 January 2021: तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। शनिवार 16 जनवरी 2021 के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।


कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Dainik Panchang 16 Jan 2021: शनिवार को तृतीया तिथि 07:46:30 तक तदोपरान्त चतुर्थी तिथि है। तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। इस तिथि में परवल नही खाना चाहिए यह तिथि यात्रा, चूड़ा कर्म, अन्नप्राशन व ग्रह प्रवेश के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

16 जनवरी 2021 दिन-शनिवार का पंचांगसूर्योदयः- प्रातः 06:19:33सूर्यास्तः- सायं 05:55:46


विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।विक्रम संवतः- 2077शक संवतः- 1942आयनः- दक्षिणायनऋतुः- शीत ऋतुमासः- पौष माहपक्षः- शुक्ल पक्षतिथिः- तृतीया तिथि 07:46:30 तक तदोपरान्त चतुर्थी तिथितिथि स्वामीः- तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं।

नक्षत्रः- शतभिषा 30:09:46 तक तदोपरान्त पूर्वा भाद्रपद नक्षत्रनक्षत्र स्वामीः-शतभिषा के स्वामी राहु जी हैं तथा पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी गुरु जी हैं।योगः- व्यतिपात 19:10:40 तक तदोपरान्त वरियनदिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 07:15: 00 A.M से 08:34:18A.M तकराहुकालः- आज का राहु काल 09:52:00 P.Mसे 11:11:01A.M तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में परवल नही खाना चाहिए यह तिथि यात्रा, चूड़ा कर्म, अन्नप्राशन व ग्रह प्रवेश के लिए शुभ है।“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”By Astrologer Dr. Trilokinath

Posted By: Shweta Mishra