Aaj ka Panchang 16 September 2021: जानें गुरुवार के राहुकाल व दिशाशूल की स्थिति, इन कार्यों के लिए शुभ है आज की तिथि
डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 16 September 2021: गुरुवार 16 सितंबर को दशमी तिथि 10:13:00 तक तदोपरान्त एकादशी तिथि है। दशमी तिथि की स्वामी यमराज जी हैं तथा एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं। गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है । गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। इस तिथि में परवल / कलम्बी नही खाना चाहिए व अन्नप्रासन, विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
16 सितम्बर 2021 दिन- गुरुवार का पंचांग सूर्योदयः- प्रातः 05:55:00सूर्यास्तः- सायं 06:05:00
विशेषः- गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।
विक्रम संवतः- 2078शक संवतः- 1943आयनः- दक्षिणायनऋतुः- शरद ऋतुमासः- भाद्र माहपक्षः- शुक्ल पक्षतिथिः- दशमी तिथि 10:13:00 तक तदोपरान्त एकादशी तिथितिथि स्वामीः- दशमी तिथि की स्वामी यमराज जी हैं तथा एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं।नक्षत्रः- पूर्वा आषाढ़ा नक्षत्र 06:41:00 तक तदोपरान्त उत्तरा आषाढ़ा नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- पूर्वा आषाढ़ा नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव हैं तथा उत्तरा आषाढ़ा नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव हैं।योगः- सौभाग्य 24:00:05 तक तदोपरान्त शोभनगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:11:00 से 10:43:00 तकदिशाशूलः- गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।"राहुकालः-* आज का राहु काल 01:48:00 से 03:20:00 तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में परवल / कलम्बी नही खाना चाहिए व अन्नप्रासन, विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है।“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।””