Dainik Panchang 2 December 2021 : तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। गुरुवार 2 दिसंबर के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।


डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 2 December 2021 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। गुरुवार 2 दिसंबर, त्रयोदशी तिथि 20:28:13 तक तदोपरान्त चतुर्दशी तिथि है। त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं तथा चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है। आज के दिन क्या करें और क्या न करेंगुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। इस तिथि में बैंगन नहीं खाना चाहिए और यह तिथि अन्नप्राशन, गृह प्रवेश, विवाह आदि कार्यो के लिए शुभ मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।02 दिसम्बर 2021 दिन- गुरुवार का पंचागसूर्योदयः- प्रातः 06:44:00


सूर्यास्तः- सायं 05:16:00विशेषः- गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।क्रम संवतः- 2078शक संवतः- 1943आयनः- दक्षिणायनऋतुः- हेमन्त ऋतुमासः- मार्गशीर्ष माहपक्षः- कृष्ण पक्षतिथिः- त्रयोदशी तिथि 20:28:13 तक तदोपरान्त चतुर्दशी तिथि

तिथि स्वामीः- त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं तथा चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं।नक्षत्रः- स्वाति नक्षत्र 26:36:02 तक तदोपरान्त विशाखानक्षत्र स्वामीः- स्वाति नक्षत्र के स्वामी राहु देव जी हैं तथा विशाखा नक्षत्र के स्वामी गुरु देव जी हैं।योगः- शोभन 16:58:49 तक तदोपरान्त अतिगंडगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:33:00 से 10:51:00 तकदिशाशूलः- गुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।राहुकालः- राहुकाल 01:28:00 से 02:47:00 बजे तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में बैंगन नहीं खाना चाहिए और यह तिथि अन्नप्राशन, गृह प्रवेश, विवाह आदि कार्यो के लिए शुभ मानी गयी है।” हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना। ”

Posted By: Shweta Mishra