Dainik Panchang 20 November 2021 : तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। शनिवार 20 नवंबर के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।

डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 20 November 2021 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। शनिवार 20 नवंबर, को प्रतिपदा तिथि 03:21:01 तक तदोपरान्त द्वितीया तिथि है। प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं तदोपरान्त द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्मा देव जी हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जाएं। प्रतिपदा तिथि को विवाह, यात्रा, प्राण प्रतिष्ठा, गृह प्रदेश आदि मंगल कार्य के लिए यह तिथि अशुभ मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

20 नवंबर2021 दिन - शनिवार का पंचाग
सूर्योदयः- प्रातः 06:39:00
सूर्यास्तः- सायं 05:21:00
विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- हेमंत ऋतु
मासः- मार्गशीष माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- प्रतिपदा तिथि 03:21:01 तक तदोपरान्त द्वितीया तिथि
तिथि स्वामीः- प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं तदोपरान्त द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्मा देव जी हैं।
नक्षत्रः- रोहिणी 29:07:02 तक तदोपरान्त मृग नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- रोहिणी तिथि के स्वामी चंद्र देव हैं तथा मृग नक्षत्र के स्वामी मंगल जी हैं।
योगः- शिवा 28:48:00 तक तदोपरान्त सिद्ध
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 06:47:00 से 08:07:00 बजे तक
दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जाएं ।
राहुकालः- आज का राहुकाल 09:30:00 से 10:46:00 तक
तिथि का महत्वः- प्रतिपदा तिथि को विवाह, यात्रा, प्राण प्रतिष्ठा, गृह प्रदेश आदि मंगल कार्य के लिए यह तिथि अशुभ मानी गयी है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra