Dainik Panchang 21 November 2021 : तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। रविवार 21 नवंबर के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।


डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 21 November 2021 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। रविवार 21 नवंबर, को द्वितीया तिथि 05:31:00 तक तदोपरान्त तृतीया तिथि है। द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं तथा तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं। रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः तांबे के बर्तन में लाल चंदन, गुड़ और लाल पुष्प डालकर अर्घ्य देना चाहिए ।आज के दिन क्या करें और क्या न करेंरविवार को पश्चिम दिशा को ओर नहीं जाना चाहिए यदि यात्रा करना आवाश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें। आज के दिन बैंगन और नींबू खाना मना है और यह तिथि राज संबंधी कार्य एवं भूषणादि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।


21 नवंबर 2021 दिन- रविवार का पंचाग

सूर्योदयः- प्रातः 06:39:00सूर्यास्तः- सायं 05:21:00विशेषः- रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः तांबे के बर्तन में लाल चंदन, गुड़ और लाल पुष्प डालकर अर्घ्य देना चाहिए ।विक्रम संवतः- 2078शक संवतः- 1943आयनः- दक्षिणायनऋतुः- हेमंत ऋतुमासः- मार्गशीर्ष माहपक्षः- कृष्ण पक्षतिथिः- द्वितीया तिथि 05:31:00 तक तदोपरान्त तृतीया तिथि

तिथि स्वामीः- द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं तथा तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं।नक्षत्रः- मृग नक्षत्र 08:06:00 तक तदोपरान्त आर्द्रानक्षत्र स्वामीः- मृग नक्षत्र के स्वामी मंगल देव हैं तदोपरान्त आर्द्रा नक्षत्र के स्वामी राहु जी हैं।योगः- सिद्ध 29:48:00 तक तदोपरान्त साध्यगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 02:46:00 से 04:05:00 बजे तकदिशाशूलः- रविवार को पश्चिम दिशा को ओर नहीं जाना चाहिए यदि यात्रा करना आवाश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें।राहुकालः- आज का राहुकाल 04:05:00 से 05:25:00 बजे तकतिथि का महत्वः- आज के दिन बैंगन और नींबू खाना मना है और यह तिथि राज संबंधी कार्य एवं भूषणादि के लिए शुभ है।“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखें।”

Posted By: Shweta Mishra