Dainik Panchang 22 January 2022 : तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। शनिवार 22 जनवरी के दैनिक पंचांग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।

डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 22 January 2022 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। शनिवार 22 जनवरी चतुर्थी तिथि 07:23:03 बजे तक तदोपरान्त पंचमी तिथि है। चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं और पंचमी तिथि के स्वामी सर्पदेव (नागराज) जी हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। आज के दिन मूली नही खाना चाहिए और कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

22 जनवरी 2022 दिन- शनिवार का पंचाग
सूर्योदयः- प्रातः 06:39:08
सूर्यास्तः- सायं 05:21:00
विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शरद ऋतु
मासः- माघ मास
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- चतुर्थी तिथि 07:23:03 बजे तक तदोपरान्त पंचमी तिथि
तिथि स्वामीः- चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं और पंचमी तिथि के स्वामी सर्पदेव (नागराज) जी हैं।
नक्षत्रः- पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र 10:38:34 बजे तक तदोपरान्त उत्तरा फाल्गुनी
नक्षत्र स्वामीः- पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव हैं उत्तरा फाल्गुनी नक्ष्रत्र के स्वामी सूर्य देव जी है।
योगः- शोभन 14:05:18 बजे तक तथा अतिगंड ।
गुलिक कालः- आज का शुभ गुलिक काल 07:13:00 से 08:33:00 बजे तक
दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।
राहुकालः- आज का राहुकाल 09:53:00 से 11:13:00 बजे तक
तिथि का महत्वः- आज के दिन मूली नही खाना चाहिए और कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए।
“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना ।”

Posted By: Shweta Mishra