Dainik Panchang 22 October 2021: तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। शुक्रवार 22 अक्टूबर के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।


डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 22 October 2021: हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। शुक्रवार 22, 2021 को द्वितीया तिथि 24:31:09 तक तदोपरान्त तृतीया तिथि है। द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं तथा तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं। आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।आज के दिन क्या करें और क्या न करें


शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें। आज के दिन बैंगन और नींबू खाना मना है और यह तिथि राज संबंधी कार्य एवं भूषणादि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

22 अक्टूबर 2021 दिन- शुक्रवार का पंचागसूर्योदयः- प्रातः 06:21:00सूर्यास्तः- सायं 05:39:13विशेषः- आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।विक्रम संवतः- 2078शक संवतः- 1943आयनः- दक्षिणायनऋतुः- शरद ऋतुमासः- कार्तिक माहपक्षः- कृष्ण पक्ष


तिथिः- द्वितीया तिथि 24:31:09 तक तदोपरान्त तृतीया तिथितिथि स्वामीः- द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्म देव हैं तथा तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं।नक्षत्रः- भरणी नक्षत्र 18:56:16 तक तदोपरान्त कृतिकानक्षत्र स्वामीः- भरणी नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव हैं तदोपरान्त कृतिका नक्षत्र के स्वामी सूर्य जी हैं।योगः- सिद्धि 13:52:48 तक तदोपरान्त व्यतिपातगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 07:50:00 से 09:15:00 बजे तकदिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें।राहुकालः- आज का राहुकाल 10:40:00 से 12:05:00 बजे तकतिथि का महत्वः- आज के दिन बैंगन और नींबू खाना मना है और यह तिथि राज संबंधी कार्य एवं भूषणादि के लिए शुभ है।“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखें।”

Posted By: Shweta Mishra