Dainik Panchang 23 September 2021: तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। गुरूवार 23 सितंबर 2021 के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।

डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 23 September 2021: हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। गुरूवार 23 सितंबर को तृतीया तिथि समस्त तदोपरान्त चतुर्थी तिथि है। तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं। गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। तृतीया तिथि को परवल नहीं खाना चाहिए और इस तिथि में शिल्प, चूड़ा कर्म, अन्नप्राशन व गृह प्रवेश शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

23 सितम्बर 2021 दिन- गुरुवार का पंचाग
सूर्योदयः- प्रातः 06:00:00
सूर्यास्तः- सायं 06:00:00
विशेषः- गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शरद ऋतु
मासः- अश्विन माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- तृतीया तिथि समस्त तदोपरान्त चतुर्थी तिथि
तिथि स्वामीः- तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं।
नक्षत्रः- अश्विनि नक्षत्र अगले दिन 08:48:31 तक तदोपरान्त भरणी नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- अश्विनि नक्षत्र के स्वामी केतु हैं तथा भरणी नक्षत्र के स्वामी शुक्र है।
योगः- ध्रुव 13:47:14 तक तदोपरान्त व्याघात
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:11:00 से 10:42:00 बजे तक
दिशाशूलः- गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहुकाल 01:44:00 बजे से 03:15:00 तक
तिथि का महत्वः- तृतीया तिथि को परवल नहीं खाना चाहिए और इस तिथि में शिल्प, चूड़ा कर्म, अन्नप्राशन व गृह प्रवेश शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी,योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वाले पाठक पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना ।

Posted By: Shweta Mishra