Aaj ka Panchang 26 February 2022 Ekadashi : तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। शनिवार 26 फरवरी के दैनिक पंचांग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।


डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 26 February 2022 Ekadashi : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। शनिवार 26 फरवरी को दशमी तिथि :53:31 तक तदोपरान्त एकादशी तिथि है। दशमी तिथि की स्वामी यमराज जी हैं तथा एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।आज के दिन क्या करें और क्या न करेंआज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जाएं। इस तिथि में परवल / कलम्बी नही खाना चाहिए व अन्नप्रासन, विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।


26 फरवरी 2022 दिन- शनिवार का पंचांग दशमी एवम एकादशीसूर्योदयः- प्रातः 06:17:00सूर्यास्तः- सायं 05:43:00विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।विक्रम संवतः- 2078शक संवतः- 1943आयनः- दक्षिणायनऋतुः- बसंत ऋतुमासः- माघ माह

पक्षः- शुक्ल पक्षतिथिः- दशमी तिथि :53:31 तक तदोपरान्त एकादशी तिथितिथि स्वामीः- दशमी तिथि की स्वामी यमराज जी हैं तथा एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं।नक्षत्रः- मूल नक्षत्र 10:33:00 तक तदोपरान्तनक्षत्रनक्षत्र स्वामीः- मूल नक्षत्र के स्वामी केतु देव हैं तथा पूर्व आषाढ़ा नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव हैं।योगः- सिद्धि 19:47:00 तक तदोपरान्त व्यतिपातगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 06:49:00 से 08:16:00 तकदिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जाएं।राहुकालः- आज का राहु काल 09:42:00 से 11:08:00 तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में परवल / कलम्बी नही खाना चाहिए व अन्नप्रासन, विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है।“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।””

Posted By: Shweta Mishra