Aaj ka Panchang 26 Nov: पंचांग पांच चीजों के योग से बनता है यह हैं तिथि नक्षत्र वार योग और करण। 26 नवम्बर 2020 दिन गुरूवार के दैनिक पंचाग के अनुसार शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि करण नक्षत्र सूर्य चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की पूरी जानकारी नीचे दी गई है...


कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Dainik Panchang 26 Nov, 2020: गुरूवार को द्वादशी तिथि 31:47:44 बजे तक तदोपरान्त त्रयोदशी तिथि है। द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं। गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है । गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।26 नवम्बर 2020 दिन- गुरुवार का पंचांगसूर्योदयः- प्रातः 06:30:10सूर्यास्तः- सायं 05:00:22विशेषः- गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।विक्रम संवतः- 2077 शक संवतः- 1942आयनः- दक्षिणायनऋतुः- हेमन्त ऋतुमासः- कार्तिक माहपक्षः- शुक्ल पक्ष


तिथिः- द्वादशी तिथि 31:47:44 बजे तक तदोपरान्त त्रयोदशी तिथितिथि स्वामीः- द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं।नक्षत्रः- रेवती नक्षत्र 21:20:37 तक तदोपरान्त अश्विन नक्षत्र नक्षत्र स्वामीः- रेवती नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं तदोपरान्त अश्विनि नक्षत्र के स्वामी केतु देव हैं।योगः- व्यतिपात 08:05:20 तक तदोपरान्त वरियन

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:30:00 AM से 10:49:00 AM तकदिशाशूलः- गुरूवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।राहुकालः- आज का राहु काल 01:27:00 PM से 02:46:00 PM तकतिथि का महत्वः- द्वादशी तिथि में मसूर नहीं खाना चाहिए यह तिथि यात्रा को छोड़कर सभी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ है।हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।

Posted By: Shweta Mishra