Aaj ka Panchang 27 Dec : पंचांग पांच चीजों के योग से बनता है यह हैं तिथि नक्षत्र वार योग और करण। 27 दिसंबर 2020 दिन रविवार के दैनिक पंचाग के अनुसार शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि करण नक्षत्र सूर्य चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की पूरी जानकारी नीचे दी गई है...


कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Dainik Panchang 27 Dec 2020: रविवार को त्रयोदशी तिथि 30:21:01 तक तदोपरान्त चतुर्दशी तिथि है। त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव हैं तथा चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं। रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए।द्वादशी तिथि में मसूर नहीं खाना चाहिए यह तिथि यात्रा को छोड़कर सभी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ है। रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें। इस तिथि में बैंगन नही खाना चाहिए यह तिथि चूड़ा क्रम, अन्नप्राशन, गृहप्रवेश आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

27 दिसम्बर 2020 दिन-रविवार का पंचांगसूर्योदयः- प्रातः 06:49:26सूर्यास्तः- सायं 05:08:41


विशेषः- रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए।विक्रम संवतः- 2077शक संवतः- 1942आयनः- दक्षिणायनऋतुः- शीत ऋतुमासः- पौष माहपक्षः- शुक्ल पक्षतिथिः- त्रयोदशी तिथि 30:21:01 तक तदोपरान्त चतुर्दशी तिथि

तिथि स्वामीः- त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव हैं तथा चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं।

नक्षत्रः- रोहिणी नक्षत्र 15:39:33 तक तदोपरान्त मृग नक्षत्रनक्षत्र स्वामीः- रोहिणी नक्षत्र के स्वामी चन्द्र देव हैं तथा मृग नक्षत्र के स्वामी मंगल देव हैं।योगः- साध्य 15:59:07 तक तदोपरान्त शुभगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 02:57:00 से 04:14:00 तकदिशाशूलः- रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें।राहुकालः- आज का राहु काल 04:14:00 से 05:32:00 तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में बैंगन नही खाना चाहिए यह तिथि चूड़ा क्रम, अन्नप्राशन, गृहप्रवेश आदि के लिए शुभ है।“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”By Astrologer Dr. Trilokinath

Posted By: Shweta Mishra