Aaj ka Panchang 28 Jan 2021: गुरुवार के शुभ मुहूर्त, राहुकाल व दिशाशूल की स्थिति, आज के दिन इस देव की पूजा से मिलती हैं लंबी आयु
Daily Panchang in Hindi 28 January 2021: तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। गुरुवार 28 जनवरी 2021 के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्त जानकारी यहां दी गई है।
डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 28 Jan 2021 गुरुवार को पूर्णिमा तिथि 24:46:08 तक तदोपरान्त प्रतिपदा तिथि है। पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं तथा प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती हैं। गुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसो के दाने ता जीरा खाकर निकलें। इस तिथि में घी नही खाना चाहिए यह तिथि रत्न धारण, शिल्प कार्य और आभूषण धारण करने के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
28 जनवरी 2021 दिन-गुरुवार का पंचांगसूर्योदयः- प्रातः 06:49:06सूर्यास्तः- सायं 05:31:55विशेषः- गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती हैं।विक्रम संवतः- 2077
शक संवतः- 1942आयनः- दक्षिणायनऋतुः- शीत ऋतुमासः- पौष माहपक्षः- शुक्ल पक्षतिथिः- पूर्णिमा तिथि 24:46:08 तक तदोपरान्त प्रतिपदा तिथितिथि स्वामीः- पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं तथा प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव हैं।नक्षत्रः- अश्विन 17:58:16 तक तदोपरान्त भरणी नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि हैं तदोपरान्त अश्लेषा नक्षत्र के स्वामी बुध हैं।
योगः- प्रीति 19:23:38 तक तदोपरान्त आयुष्मानगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:52:00 से 11:13:00 तकदिशाशूलः- गुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसो के दाने ता जीरा खाकर निकलें।राहुकालः- आज का राहु काल 01:54:00 से 03:15:00 तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में घी नही खाना चाहिए यह तिथि रत्न धारण, शिल्प कार्य और आभूषण धारण करने के लिए शुभ है।“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”