Dainik Panchang 3 December 2021 : तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। शुक्रवार 3 दिसंबर के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।


डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 3 December 2021 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। शुक्रवार 3 दिसंबर, चतुर्दशी तिथि 16:57:22 तक तदोपरान्त अमावस्या तिथि है। चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं तथा अमावस्या तिथि के स्वामी पित्रदेव जी हैं। आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।आज के दिन क्या करें और क्या न करें


शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें। इस तिथि में तिल का तेल तथा कांसे के पात्र में भोजन करना मना है तथा इस तिथि को रिक्ता तिथि भी कहा गया है इसलिए कोई नया कार्य और मांगलिक करना वर्जित है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

03 दिसम्बर 2021 दिन- शुक्रवार का पंचांगसूर्योदयः- प्रातः 06:44:00सूर्यास्तः- सायः 05:16:00विशेषः- आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।विक्रम संवतः- 2078शक संवतः- 1943आयनः- दक्षिणायन


ऋतुः- हेमन्त ऋतु

मासः- मार्गशीर्ष माहपक्षः- कृष्ण पक्षतिथिः- चतुर्दशी तिथि 16:57:22 तक तदोपरान्त अमावस्या तिथितिथि स्वामीः- चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं तथा अमावस्या तिथि के स्वामी पित्रदेव जी हैं।नक्षत्रः- विशाखा 13:45:17 तक तदोपरान्त अनुराधानक्षत्र स्वामीः- विशाखा के स्वामी गुरु जी हैं तथा अनुराधा नक्षत्र के स्वामी शनि जी हैं।योगः- अतिगंड 12:55:09 तक तदोपरान्त सुकर्मगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 08:15:00 से 09:34:00 तकदिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें।राहुकालः- राहुकाल 10:52:00 से 12:10:00 तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में तिल का तेल तथा कांसे के पात्र में भोजन करना मना है तथा इस तिथि को रिक्ता तिथि भी कहा गया है इसलिए कोई नया कार्य और मांगलिक करना करना वर्जित है।“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्ट बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra