Dainik Panchang 3 October 2021: तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। रविवार 3 अक्टूबर 2021 के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।

डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 3 October 2021: हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। रविवार 3 अक्टूबर को द्वादशी तिथि 10:33:00 तक तदोपरान्त त्रयोदशी तिथि है। द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं। रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें। यह तिथि यात्रा को छोड़कर सभी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

03 अक्टूबर 2021 दिन- रविवार का पंचाग
सूर्योदयः- प्रातः 06:07:00
सूर्यास्तः- सायं 05:53:00
विशेषः- रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शरद ऋतु
मासः- अश्विन माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- द्वादशी तिथि 10:33:00 तक तदोपरान्त त्रयोदशी तिथि
तिथि स्वामीः- द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं।
नक्षत्रः- माघ 03:35:00 तक तदोपरान्त पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- माघ नक्षत्र के स्वामी केतु जी हैं तथा पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव जी हैं।
योगः- साध्य 16:16:02 तक तदोपान्त शुभ
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 03:07:00 P.M से 04:36:00 P.M तक
दिशाशूलः- रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहुकाल 04:36:00 P.M से 06:05:00 P.M तक
तिथि का महत्वः- यह तिथि यात्रा को छोड़कर सभी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है।
“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी, दिन स्वामी, आप पंचाग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra