Aaj ka Panchang 30 November 2021 : जानें मंगलवार के राहुकाल व दिशाशूल की स्थिति, आज के दिन चावल खाने से बचें
डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 30 November2021 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। मंगलवार 30 नवंबर, को एकादशी 26:15:42 तक तदोपरान्त द्वादशी तिथि है। एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं तथा द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं। मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है।आज के दिन क्या करें और क्या न करेंआज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें। एकादशी तिथि में चावल एवं सेम नहीं खाना चाहिए यह तिथि उपवास, धार्मिक कृत्य उद्यापन तथा कथा एकादशी में शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
30 नवम्बर 2021 दिन- मंगलवार का पंचांगसूर्योदयः- प्रातः 06:43:00सूर्यास्तः- सायं 05:17:00
विशेषः- मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है।विक्रम संवतः- 2078शक संवतः- 1943आयनः- दक्षिणायनऋतुः- हेमन्त ऋतुमासः- मार्गशीर्ष माहपक्षः- कृष्ण पक्षतिथिः- एकादशी 26:15:42 तक तदोपरान्त द्वादशी तिथितिथि स्वामीः- एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं तथा द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं।नक्षत्रः- हस्त 12:53:00 तक तदोपरान्त चित्रा नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- हस्त नक्षत्र के स्वामी चन्द्र देव हैं तथा चित्रा नक्षत्र के स्वामी मंगल देव जी हैं। योगः- आयुष्मान 24:01:51 तक तदोपरान्त सौभाग्यदिशाशूलः- आज के दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से गुड़ खाकर जायें।गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 12:09:00 P.M से 01:28:00 P.M बजे तक।राहुकालः- राहुकाल 02:46:00 P.M से 04:05:00 P.M बजे तक।तिथि का महत्वः- एकादशी तिथि में चावल एवं सेम नहीं खाना चाहिए यह तिथि उपवास, धार्मिक कृत्य उद्यापन तथा कथा एकादशी में शुभ है।“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”