Aaj ka Panchang 30 Oct: पंचांग पांच चीजों के योग से बनता है यह हैं तिथि नक्षत्र वार योग और करण। 30 अक्‍टूबर 2020 दिन गुरुवार के दैनिक पंचाग के अनुसार शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि करण नक्षत्र सूर्य चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की पूरी जानकारी नीचे दी गई है।


कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Dainik Panchang 30 Oct, 2020: आज चतुर्दशी तिथि 17:46:10 तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथि है। चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं। इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए इस तिथि में मांगलिक कार्य करने के लिए वर्जित है। आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।30 अक्टूबर 2020 दिन-शुक्रवार का पंचांगसूर्योदयः- प्रातः 06:10:27सूर्यास्तः- सायं 05:12:39विशेषः- आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।विक्रम संवतः- 2077शक संवतः- 1942आयनः- दक्षिणायन


ऋतुः- हेमन्त ऋतु

मासः- अश्विन शुद्ध माहपक्षः- शुक्ल पक्षतिथिः- चतुर्दशी तिथि 17:46:10 तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथितिथि स्वामीः- चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं।नक्षत्रः- रेवती नक्षत्र 14:57:33 तक तदोपरान्त अश्विन नक्षत्रनक्षत्र स्वामीः- रेवती नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं तथा अश्विन नक्षत्र के स्वामी केतु देव हैं।

योगः- वज्र 27:30:16 तक तदोपरान्त सिद्धिगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 07:55:22 से 09:18:05 तकदिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें।राहुकालः- आज का राहु काल 10:41:00 से 12:04:00 तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में तिल का तेल नही खाना चाहिए इस तिथि में मांगलिक कार्य करने के लिए वर्जित है।हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना। द्वारा: Astrologer Dr. Trilokinath

Posted By: Shweta Mishra