Dainik Panchang 30 September 2021: तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। गुरुवार 30 सितंबर 2021 के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।

डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 30 September 2021: हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। गुरुवार 30 सितंबर को नवमी तिथि 22:09:57 तक तदोपरान्त दशमी तिथि है। नवमी तिथि की स्वामिनी दुर्गा जी हैं तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी हैं। गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
गुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए यदि आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें। इस तिथि में लौकी या कद्दू नही खाना चाहिए व कोई भी मांगलिक कार्य करना वर्जित है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

30 सितंबर 2021 दिन- गुरुवार का पंचाग
सूर्योदयः- प्रातः 06:05: 00
सूर्यास्तः- सायं 05:55:00
विशेषः- गुरूवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है ।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शरद ऋतु
मासः- आश्विन माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- नवमी तिथि 22:09:57 तक तदोपरान्त दशमी तिथि
तिथि स्वामीः- नवमी तिथि की स्वामिनी दुर्गा जी हैं तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी हैं।
नक्षत्रः- पुनर्वसु 25:33:00 तक तदोपरान्त पुष्य नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- पुनर्वसु नक्षत्र के स्वामी गुरु देव हैं तथा पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि देव हैं।
योगः- परिधा 18:51:21 तक तदोपरान्त शिवा
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:12:00 से 10:41:00 बजे तक
दिशाशूलः- गुरुवार को दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए यदि आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।
राहुकालः- राहु काल 01:40:00 से 03:09:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में लौकी या कद्दू नही खाना चाहिए व कोई भी मांगलिक कार्य करना वर्जित है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra