Dainik Panchang 31 December 2021 : तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। शुक्रवार 31 दिसंबर के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।


डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 31 December 2021 : हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। शुक्रवार 31 दिसंबर द्वादशी तिथि 07 बजकर 18 मिनट तक तथा त्रयोदशी 04 बजकर 58 मिनट तदोपरान्त चतुर्दशी है।द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं। आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।आज के दिन क्या करें और क्या न करें


शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें। यह तिथि यात्रा को छोड़कर सभी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

31 दिसम्बर 2021 दिन- शुक्रवार का पंचाग द्वादशी तिथि/त्रयोदशी तिथिसूर्योदयः- प्रातः 06:47:00सूर्यास्तः- सायं 05:13:00विशेषः- आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।विक्रम संवतः- 2078शक संवतः- 1943आयनः- दक्षिणायनऋतुः- शिशिर ऋतुमासः- पौष माहपक्षः- कृष्ण पक्ष


तिथिः- द्वादशी तिथि 07 बजकर 18 मिनट तक तथा त्रयोदशी 04 बजकर 58 मिनट तदोपरान्त चतुर्दशी तिथि स्वामीः- द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं।नक्षत्रः- अनुराधा 11:45:18 तक तदोपरान्त ज्येष्ठा नक्षत्रनक्षत्र स्वामीः- अनुराधा नक्षत्र के स्वामी शनि जी हैं तथा ज्येष्ठा नक्षत्र के स्वामी बुध देव जी हैं।योगः- शूल 17:58:00 तक तदोपान्त अतिगंडगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 08:31:00 A.M से 09:48:00 A.M तकदिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें।राहुकालः- आज का राहुकाल 11:06:00 A.M से 12:23:00 P.M तकतिथि का महत्वः- यह तिथि यात्रा को छोड़कर सभी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है।“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी, दिन स्वामी, आप पंचाग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra