Daily Panchang in Hindi 31 January 2021: तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। रविवार 31 जनवरी 2021 के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।


डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 31 Jan 2021 रविवार को तृतीया तिथि 20:25:15 तक तदोपरान्त चतुर्थी तिथि है। तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं। रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए।रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए। रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें। तृतीया तिथि को परवल नहीं खाना चाहिए और इस तिथि में शिल्प, चूड़ा कर्म, अन्नप्राशन व गृह प्रवेश शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

31 जनवरी 2021 दिन-रविवार का पंचागसूर्योदयः- प्रातः 06:47:37


सूर्यास्तः- सायं 05:35:02विशेषः- रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए।विक्रम संवतः- 2077शक संवतः- 1942आयनः- दक्षिणायनऋतुः- शीत ऋतुमासः- माघ माहपक्षः- कृष्ण पक्षतिथिः- तृतीया तिथि 20:25:15 तक तदोपरान्त चतुर्थी तिथि

तिथि स्वामीः- तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं।नक्षत्रः- पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र 25:18:02 तक तदोपरान्त उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्रनक्षत्र स्वामीः- पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी शुक्र हैं तथा उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के स्वामी सूर्य है।योगः- शोभन 12:31:06 तक तदोपरान्त अतिगंडगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 03:16:00 से 04:38:00 बजे तकदिशाशूलः- रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें।राहुकालः- आज का राहुकाल 04:38:00 बजे से 05:59:00 तकतिथि का महत्वः- तृतीया तिथि को परवल नहीं खाना चाहिए और इस तिथि में शिल्प, चूड़ा कर्म, अन्नप्राशन व गृह प्रवेश शुभ है।“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी,योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वाले पाठक पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना ।

Posted By: Shweta Mishra