Dainik Panchang 31 July 2021 तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। शनिवार 31 जुलाई 2021 के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।


डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 31 July 2021 शनिवार 31 जुलाई को सप्तमी तिथि 05:42:19 तक तदोपरान्त अष्टमी तिथि है। सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य और अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी है। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। इस तिथि में ताड़ का सेवन नहीं करना चाहिए तथा यह तिथि राज सम्बन्धी कार्यों के लिए, विवाह, अन्नप्राशन व गृह प्रवेश के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

31 जुलाई 2021 दिन-शनिवार का पंचागसूर्योदयः- प्रातः 05:24:00सूर्यास्तः- सायं 06:38:00


विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।विक्रम संवतः- 2078शक संवतः- 1943आयनः- उत्तरायणऋतुः- वर्षा ऋतुमासः- श्रवण माहपक्षः- कृष्ण पक्षतिथिः- सप्तमी तिथि 05:42:19 तक तदोपरान्त अष्टमी तिथि

तिथि स्वामीः- सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य और अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी है।नक्षत्रः- अश्विनि 16:38:04 तक तदोपरान्त भरणी नक्षत्रनक्षत्र स्वामीः- अश्विनि नक्षत्र के स्वामी केतु हैं तथा भरणी नक्षत्र के स्वामी शुक्र हैं।योगः- शूल 21:00:05 तक तदोपरान्त गंडगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 05:41:00 AMबजे से 07:22:00 AM बजे तकदिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।।राहुकालः- राहु काल 09:04:00 AM बजे से 10:45:00AM तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में ताड़ का सेवन नहीं करना चाहिए तथा यह तिथि राज सम्बन्धी कार्यों के लिए, विवाह, अन्नप्राशन व गृह प्रवेश के लिए शुभ है।“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra