Dainik Panchang 4 September 2021: तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। शनिवार 4 सितंबर 2021 के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।


डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 4 September 2021: शनिवार 4 सितंबर को द्वादशी तिथि 06 बजकर 25 मिनट तक तदोपरान्त त्रयोदशी तिथि है।द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं। शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें। यह तिथि यात्रा को छोड़कर सभी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

04 सितम्बर 2021 दिन- शनिवार का पंचाग द्वादशी तिथि/त्रयोदशी तिथिसूर्योदयः- प्रातः 05:46:00सूर्यास्तः- सायं 06:14:00


विशेषः- शनिवार के दिन पीपल के नीच हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं।विक्रम संवतः- 2078शक संवतः- 1943आयनः- दक्षिणायनऋतुः- शरद ऋतुमासः- भाद्र माहपक्षः- कृष्ण पक्षतिथिः- द्वादशी तिथि 06 बजकर 25 मिनट तक तदोपरान्त त्रयोदशी तिथि

तिथि स्वामीः- द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं तथा त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी हैं।नक्षत्रः- पुष्य 17:45:00 तक तदोपरान्त अश्लेषा नक्षत्रनक्षत्र स्वामीः- पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि जी हैं तथा अश्लेषा नक्षत्र के स्वामी बुध देव जी हैं।योगः- वरियन 09:36:27 तक तदोपान्त परिघागुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 06:00:00 A.M से 07:35:00 A.M तकदिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जायें।राहुकालः- आज का राहुकाल 09:10:00 A.M से 10:45:00 A.M तकतिथि का महत्वः- यह तिथि यात्रा को छोड़कर सभी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है।“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी, दिन स्वामी, आप पंचाग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra