Aaj ka Panchang 6 Dec: पंचांग पांच चीजों के योग से बनता है यह हैं तिथि नक्षत्र वार योग और करण। 6 दिसंबर 2020 दिन रविवार के दैनिक पंचाग के अनुसार शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि करण नक्षत्र सूर्य चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की पूरी जानकारी नीचे दी गई है...


कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Dainik Panchang 6 Dec, 2020: रविवार को षष्ठी तिथि 19:46:10 तक तदोपरान्त सप्तमी तिथि है। षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी हैं तथा सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य देव हैं। रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए। आज के दिन पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें। इस तिथि में तैलीय चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए और यह तिथि यात्रा, पितृ कर्म, मंगल कार्य आदि के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।06 दिसम्बर 2020 दिन- रविवार का पंचागसूर्योदयः- प्रातः 06:37:34सूर्यास्तः- सायं 05:00:52


विशेषः- रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए।विक्रम संवतः- 2077शक संवतः- 1942आयनः- दक्षिणायनऋतुः- हेमन्त ऋतुमासः- पौष माहपक्षः- कृष्ण पक्षतिथिः- षष्ठी तिथि 19:46:10 तक तदोपरान्त सप्तमी तिथि।तिथि स्वामीः- षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी हैं तथा सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य देव हैं।

नक्षत्रः- अश्लेषा नक्षत्र 14:46:13 तक तदोपरान्त माघ नक्षत्रनक्षत्र स्वामीः- अश्लेष नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं। माघ नक्षत्र के स्वामी केतु देव हैं।योगः- वैधृति 07:30:04 तक तदोपरान्त विषकुंभगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 02:48:00 से 04:06:00 तक।दिशाशूलः- रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें।राहुकालः- राहु काल 04:06:00 से 05:24:00 बजे तक।तिथि का महत्वः- इस तिथि में तैलीय चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए और यह तिथि यात्रा, पितृ कर्म, मंगल कार्य आदि के लिए शुभ है।“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra