Daily Panchang in Hindi 9 June 2021: तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। बुधवार 9 जून 2021 के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।


डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 9 June 2021 बुधवार को चतुर्दशी तिथि 02:00:00 तक तदोपरान्त अमावस्या तिथि है। चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं तथा अमावस्या तिथि के स्वामी पित्रदेव जी हैं। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं। बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनिया या तेल खाकर निकले । इस तिथि में तिल का तेल तथा कांसे के पात्र में भोजन करना मना है तथा इस तिथि को रिक्ता तिथि भी कहा गया है। इसलिए कोई नया कार्य और मांगलिक करना करना वर्जित है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

09 जून 2021 दिन- बुधवार का पंचाग


सूर्योदयः- प्रातः 05:14:00

सूर्यास्तः- सायः 06:46:00विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं।विक्रम संवतः- 2078शक संवतः- 1943आयनः- उत्तरायणऋतुः- ग्रीष्म ऋतुमासः- ज्येष्ठ माहपक्षः- कृष्ण पक्षतिथिः- चतुर्दशी तिथि 02:00:00 तक तदोपरान्त अमावस्या तिथि

तिथि स्वामीः- चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं तथा अमावस्या तिथि के स्वामी पित्रदेव जी हैं।नक्षत्रः- कृतिका 08:54:00 तक तदोपरान्त रोहिणीनक्षत्र स्वामीः- कृतिका के स्वामी सूर्य जी हैं तथा रोहिणी नक्षत्र के स्वामी चंद्र जी हैं।योगः- सुकर्म 06:46:00 तक तदोपरान्त धृतिगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 10:35:00 से 12:20:00 तकदिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनिया या तेल खाकर निकले ।राहुकालः- राहुकाल 12:20:00 से 02:04:00 तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में तिल का तेल तथा कांसे के पात्र में भोजन करना मना है तथा इस तिथि को रिक्ता तिथि भी कहा गया है इसलिए कोई नया कार्य और मांगलिक करना करना वर्जित है।“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्ट बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra