RANCHI: 'फॉच्र्यून रिफाइंड सोयाबीन ऑयल' प्रेजेंट्स 'एवन साइकिल्स' बाइकथॉन सीजन-11 का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। अब इस मेगा ईवेंट में केवल 9 दिन बचे हैं। शहर के इस सबसे खास ईवेंट के लिए लोगों ने तैयारी शुरू कर दी है। साइक्लिंग के दीवानों की टोली हर रोज सुबह साइकिल पर प्रैक्टिस करती नजर आ रही है। 13 अक्टूबर को मोरहाबादी मैदान से साइकिल रैली निकलेगी, जो यूनिवर्सिटी गेट तक जाएगी और वहीं से वापस लौटेगी। बाइकथॉन के लिए रजिस्ट्रेशन जारी है। आप भी आज ही रजिस्ट्रेशन करा लें।

फन और फिटनेस का तड़का

इस रैली में हर उम्र के साइकिल सवार भाग ले सकते हैं। इसमें फिटनेस व एनवायरमेंट को सहेजने के संदेश के साथ ही फन और फिटनेस का तड़का भी लगेगा। इसके लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों ही मोड में रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। हर साल की भांति इस साल भी बाइकथॉन में मस्ती का अनलिमिटेड डोज होगा। एक साथ हजारों की संख्या में साइक्लिस्ट्स रैली में निकलेंगे और एन्वायरमेंट को क्लीन रखने तथा अपनी सेहत का ख्याल रखने के लिए साइकिल की जरूरत बताएंगे। इस दौरान रजिस्ट्रेशन कराने वाले सभी प्रतिभागियों को किट दिया जाएगा, जिसमें एक आकर्षक बाइकथॉन जर्सी व कैप होगा। साथ ही रिफ्रेशमेंट का भी इंतजाम रहेगा।

लुभाएंगे स्ट्रीट डांसर्स

बाइकथॉन-11 कार्यक्रम का आगाज सुबह 6 बजे से होगा। शुरुआत ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन से होगी। इसके बाद सभी को किट डिस्ट्रीब्यूट किया जाएगा। इस किट में एक टी-शर्ट और कैप तो होगा ही, साथ ही मौके पर रिफ्रेशमेंट का भी इंतजाम होगा। इस दौरान विभिन्न डांस ग्रुप की ओर से आकर्षक स्ट्रीट डांस की प्रस्तुति दी जाएगी। स्कूल बैंड की धुन पर लोगों को आकर्षक म्यूजिक का मजा भी मिलेगा।

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साइकिल है मेरी जान

साइकिल हर तरह से मेरे लिए फायदेमंद है। एक तो इससे सेहत अच्छा रहता है, दूसरे फिट भी रहता हूं। स्कूल के दिनों से ही साइकिल चलाने की प्राक्टिस रही। बड़ा हुआ, तो कॉलेज भी साइकिल से ही गया। अब ऐसा लगता है कि एक दिन भी साइकिल के बिना नहीं रहा जा सकता। मैं सभी से यही कहूंगा कि साइकिल की सवारी हर दिन करें, ताकि अपनी सेहत का ख्याल रखा जा सके।

डॉ आरिफ नासिर बट, चेयरमैन, पीजेएचआरएफ

साइकिल से मिलती है ऊर्जा

साइक्लिंग एक पॉजिटिव एनर्जी का सोर्स है। सुबह-सुबह तीन-चार किलोमीटर की साइक्लिंग करने से पूरे दिन ताजगी का एहसास होता है। मेरे लिए यह दिनचर्या का एक हिस्सा है। एक टीचर होने के नाते मैं अपने स्टूडेंट्स से हमेशा यही कहता हूं कि अपने लिए तो साइकिल का इस्तेमाल करें ही, साथ ही साथ पर्यावरण की रक्षा के लिए भी साइकिल को अपनाएं। हम ईंधन से चलने वाली गाडि़यों पर निर्भरता कम करेंगे, तभी एनवायरमेंट के साथ इंसाफ कर पाएंगे।

डॉ मो जाकिर, शिक्षाविद

डेट - 13 अक्टूबर 2019 (संडे)

टाइम - सुबह 6 बजे

स्थान - मोरहाबादी मैदान महात्मा गांधी स्मृति उद्यान के सामने।

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए लिंक

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Posted By: Inextlive