RANCHI:मिलेनियल्स स्पीक 2019 की चर्चा पूरे शहर में होने लगी है। हर ओर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के अभियान राजनी-टी में लोग शामिल हो रहे हैं। सोमवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम राज्य के व्यवसायियों के संगठन फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर एंड कॉमर्स इंडस्ट्रीज(एफजेसीसीआई)पहुंची, जहां व्यवसायियों के प्रतिनिधियों ने बताया कि इन चार सालों में बिजनेस करना कितना आसान और कितना मुश्किल हुआ। रेडियो सिटी की आरजे शान्वी के सवालों के जवाब में व्यवसायियों ने कहा कि व्यवसाय करने में अभी भी थोड़ी परेशानी है। लेकिन देश हित में इतना झेलने को तैयार हैं। जीएसटी-एक देश एक टैक्स को सभी ने सराहा। साथ ही इसे सिंपल करने पर जोर भी दिया।

राइट टू सर्विस एक्ट हो लागू

व्यवसायी कुणाल आजमानी ने कहा कि अभी व्यवसायियों के लिए बदलाव का मौसम चल रहा है। पहले कुछ नहीं हो रहा है था अब जीएसटी जैसा एक टैक्स एक नियम लागू किया गया है। बस जरूरत है कि जीएसटी को सिंपल करना चाहिए। व्यवसायियों के लिए इज ऑफ डूइंग बिजनेस, डिजिटल इंडिया जैसे कई तरह की नई चीजों को इंट्रोड्यूस किया जा रहा है। सरकार ने जो भी घोषणाएं लागू की उसका तरीका राज्य सरकारों ने सही तरीके से फ ॉलो नहीं किया। राइट टू सर्विस एक्ट को पूरी तरह से लागू करने की जरूरत है ताकि व्यवसायियों का काम समय सीमा के अंदर हो सके, आज भी व्यवसायी अपने काम को पूरा करने के लिए महीनों चक्कर लगाते हैं।

नया स्टार्टअप है मुश्किल

आस्था किरण बताती हैं कि जीएसटी जब से लागू हुआ है, नया व्यवसाय करना परेशानी का सबब बन गया है। हम लोगों ने जीएसटी रिटर्न दाखिल करना शुरू कर दिया है, लेकिन अभी तक जीएसटी के बारे में सारी जानकारी नहीं हो पा रही है। हमने खुद से नया बिजनेस शुरू करने का तैयारी की। इसके पहले इतनी तरह की डॉक्यूमेंटेशन की जरूरत हो रही है कि नया व्यवसाय शुरू नहीं कर पा रही हूं। सरकार को व्यवसायियों के हित में अच्छे नियम बनाने चाहिए ताकि इसका सही लाभ मिल सके।

कड़क बात

देश में बदलाव लाने की कोशिश की जा रही है। जिस तरह से सरकार अनआर्गनाइज सेक्टर के लोगों के लिए इस बजट में विकास की बात कही है उससे व्यवसायियों को फायदा होगा। क्योंकि व्यवसायियों के साथ अनऑर्गेनाइच्ड सेक्टर के लोग भी जुड़े रहते हैं। सबसे जरूरी है कि सरकार जो भी घोषणा करती है उसके इंप्लीमेंटेशन की तैयारी पहले से होनी चाहिए। सरकार अच्छी घोषणाएं तो कर रही है लेकिन उसको इंप्लीमेंट करने वाले जो सरकारी अधिकारी हैं वो सही तरीके से काम नहीं कर रहे हैं। इस कारण व्यवसायी थोड़ा परेशान हैं। हालांकि देश में जो बदलाव हो रहा है वो तात्कालिक परेशानी है। भविष्य में इसका बेहतर असर देखने को मिलेगा। देश हित के लिए सबसे जरूरी यह है कि जो पॉलिसी व्यवसायियों के हित में हो वो हमेशा काम करते रहना चाहिए। लेकिन अक्सर ऐसा देखा जाता है कि सरकार जैसे ही बदलती है पॉलिसी भी बदल जाती है। इसलिए सरकार बदलती रहे लेकिन पॉलिसी पर काम होना चाहिए।

दीपक मारू, अध्यक्ष, एफजेसीसीआई

अपनी बात

इन चार सालों में व्यवसाय के क्षेत्र में बहुत कुछ बदलाव हुआ है। इज ऑफ डूइंग बिजनेस में व्यवसाय के बदलते विकास को हम लोग देख रहे हैं। हालांकि अभी भी कुछ बदलाव आने की जरूरत है। बड़े शहरों में व्यापार बढ़ाने के लिए सरकार की प्रायोरिटी और सिस्टम दोनों बेहतर तरीके से काम करते हैं, लेकिन छोटे शहरों में यह थोड़ा स्लो हो जाता है। इसलिए सरकार को सभी शहरों में सभी राज्यों में व्यापार को बढ़ाने में एक तरह से काम करने की जरूरत है। केंद्र सरकार व्यवसायियों के लिए जितनी भी घोषणाएं करती है उसका इंप्लीमेंटेशन राज्य सरकार को बेहतर तरीके से करना चाहिए। झारखंड में बिजनेस करने के लिए बाहर से बिजनेसमैन आ रहे हैं वो अपना काम आराम से कर रहे हैं। अब सरकार को यह भी ध्यान देना चाहिए कि राज्य के जो व्यवसायी हैं उनको भी सारी सुविधाएं उपलब्ध मिलें।

पूनम आनंद

वर्जन

जीएसटी बहुत अच्छा है। एक टैक्स एक देश जो लागू हुआ है वो बेहतर है। हमारे लिए सबसे अच्छा यह है कि अलग-अलग टैक्स देने के लिए अलग-अलग जगह पर हम लोग भटकते थे, अब एक ही जगह देना होता है। बिजनेसमैन के लिए बेहतर माहौल बन रहा है। अभी देश में जो परेशानी चल रही है जिसे हम सभी को झेलने के लिए तैयार होना चाहिए। क्योंकि आगे देश और व्यवसायी सुरक्षित होंगे।

सोनी मेहता

जीएसटी को लेकर अभी भी व्यवसायियों को कन्फ्यूजन बना हुआ है। लेकिन देश में व्यवसायियों के लिए बेहतर माहौल बन रहा है। क्योंकि व्यवसायी जीएसटी से लेकर किसी भी परेशानी की अगर सरकार को रिपोर्ट करते हैं तो सरकार उसमें अमेंडमेंट लाकर व्यवसायियों के लिए जीएसटी को सिंपल बना रही है ।

आरके गाड़ोदिया

व्यवसायियों के लिए जीएसटी कॉम्प्लीकेशन बना हुआ है। सरकार ने जीएसटी में जितनी भी इनपुट देने की बात की थी वो उसे पूरा नहीं कर रही है। इनपुट के चक्कर में व्यवसाय हर दिन परेशान हैं। लेकिन सरकार की घोषणाओं का उन्हें फ ायदा नहीं मिल रहा है।

महेंद्र चौधरी

सरकार की नियत में व्यवसायियों के लिए कोई खोट नहीं है। सरकार व्यवसायियों के लिए कई अच्छे नियम लेकर आई है। इसका हम सभी लोग स्वागत करते हैं। शुरुआत में कोई भी काम करने में परेशानी होती है। इसी तरह सरकार ने जीएसटी और नोटबंदी जैसे नए कदम उठाकर शुरुआत की है। अभी थोड़ी परेशानी हो रही है लेकिन लांग टाइम में इसका फायदा मिलनेवाला है।

मनोज पांडेय

व्यवसायियों के लिए इस सरकार ने बहुत अच्छा कदम उठाया है। व्यवसाय का बेहतर माहौल बन रहा है। इस सरकार की प्राथमिकता में व्यवसायियों की परेशानी है जिसे सरकार दूर कर रही है। व्यवसायियों की परेशानी के लिए सरकार ने कई नियम भी बनाए हैं, जिसे तत्काल निपटाया जा रहा है।

शशांक भारद्वाज

इन चार सालों में बिजनेस करना आसान हुआ है। लेकिन सरकार ने जिस तरह से जल्दी में जीएसटी अमेंडमेंट किया है उसमें थोड़ा समय लेती तो हम लोगों के लिए और अच्छा होता। सरकार ने कई बार जीएसटी में अमेंडमेंट किया है। अगर सारे अमेंडमेंट को पहले ही कर लेती और इसे सिंपल बनाकर लागू किया जाता तो आज जो व्यवसायियों को परेशानी हो रही है, वो नहीं होती।

नवजोत अलंग

इन चार सालों में सरकार ने छोटे स्टार्टअप के लिए बेहतर काम किया है। कई ऐसे लोग अपना व्यवसाय कर रहे हैं जो पहले नहीं कर पाते थे। लेकिन दूसरे कई क्षेत्रों में सरकार व्यवसायियों को मदद नहीं कर पा रही है। सरकार जो घोषणा करती है उसको जमीन पर उतारने में परेशानी हो रही है। इसका लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है।

इंदु पाराशर

इन चार सालों में सरकार ने व्यवसायियों के लिए बेहतर माहौल बनाया है। कुछ क्षेत्र हैं जहां सरकार को थोड़ा और काम करने की जरूरत है। सरकार की ओर से अभी भी लैंड बैंक नहीं बनाया गया है। इससे जमीन को लेकर परेशानी हो रही है। सरकार अगर एक्सपर्ट लोगों का सहयोग लेती है तो और बेहतर काम हो सकेगा। राज्य में सिंगल विंडो सिस्टम से काम अभी तक नहीं हो पा रहा है।

डॉ रवि भट्ट

देश बदल रहा है। व्यवसायियों के सपने सच हो रहे हैं। सरकार ने कई ऐसी नई योजनाओं को लागू किया है जो व्यवसायियों के हित में है। सरकार ने आईटी सेक्टर में इतना बेहतर काम किया है कि हर व्यवसाय सुगम हो गया है। खासकर आयुष्मान भारत योजना लागू करने से हेल्थ इंश्योरेंस का लाभ हर किसी को मिल रहा है।

मनोज बजाज

देश में भी परिवर्तन का दौर चल रहा है। व्यवसायियों के व्यवसाय में भी कई तरह की नई चीजें जुड़ रही हैं। कोई भी नई चीज शुरू होने के बाद पटरी पर आने में समय लगता है। इसी तरह जीएसटी और नोटबंदी लागू होने के बाद अब हर प्लेटफॉर्म पर व्यवसायियों का सरकार सुझाव लेती है और उसको इंप्लीमेंट भी करती है। इससे हम दूसरों को अपनी बात सरकार तक पहुंचाने में मदद मिलती है और सरकार भी हम लोगों की जरूरतों को पूरा कर रही हैं।

प्रमोद सारस्वत

Posted By: Inextlive