Allahabad: पाकिस्तानी सिंगर आतिफ असलम और हिमेश रेशमिया दोनों जोकर हैं. इन्हें एक म्यूजिकल रियलिटी शो में बैठा दिया गया है. इन्हें म्यूजिक का ज्ञान ही नहीं है और तो और ये खुद बेसुरे हैं. इन्हें पार्टिसिपेंट्स के गानों पर टिप्पणी करने का राइट नहीं है. आईआईआईटी के एनुअल फंक्शन इफरवेसेंस में परफॉर्मेंस देने आए दलेर मेंहदी ने यह बयान देकर सबको चौंका दिया. उन्होंने एक सवाल के जवाब में दोनों सिंगर्स की जमकर खिंचाई की.

आशा जी से कैसी तुलना
मीडिया के लोगों ने बेसिकली दलेर मेहंदी से रियलिटी शो में जजेज के आपसी मुठभेड़ पर उनकी राय जाननी चाही थी। इसके बाद में उन्होंने कलर्स पर टेलीकास्ट होने वाले म्यूजिकल रियलिटी शो सुरक्षेत्र के जजेज आतिफ असलम और हिमेश रेशमिया को आड़े हाथों ले लिया। उन्होंने कहा कि इस शो में आशा भोसले जैसी सुर साम्राज्ञी खुद मौजूद रहती हैं। आशा जी से इन दोनों बेसुरों की तुलना ठीक नहीं है। आशा और लता बनने में सालों लग जाते हैं। दलेर ने कहा कि हिमेश ने एक मुलाकात के दौरान मेरी मुलाकात आतिफ से करवाई थी। तब मैं पहली बार उस बेसुरे से रूबरू हुआ था।

पाकिस्तानी भी गाते हैं हमारे गाने
दलेर ने कहा कि रियलिटी शो में आने वाले पाकिस्तानी पार्टिसिपेंट्स हमारे देश के लोगों को हराने की बात करते हैं। लेकिन, वे भूल जाते हैं कि मंच पर तो वे हिंदुस्तानी गाने ही गा रहे हैं। मतलब हमारे गाने गाकर हमें ही हराने की बात हो रही है। ये सब फालतू के बहाने हैं। उन्होंने कहा कि रियलिटी शो में कोई बुराई नहीं है। ये पैसा और पॉपुलैरिटी गेन करने का एक मंच है। इनमें आने वाले बच्चों के पैरेंट्स खुद उन्हें मोटिवेट करके भेजते हैं। उन्हें पता है कि बच्चा जीते या हारे, उसकी लाइफ बदल जाएगी। हारने के बावजूद उन्हें विदेशों में शो करने का मौका और ढेर सारा पैसा मिलेगा।

संगम तट पर मिला सुकून
प्रयाग नगरी में संगम किनारे आने के लिए देश-विदेश के लोग तरसते हैं। इलाहाबाद में ये हमारी चौथी विजिट है। वेडनसडे नाइट मैं और मेरा ग्रुप ढाई घंटे संगम किनारे रहे। हमने वहां सुकून के पल बिताए। मेरे साथियों ने मुझे संगम दर्शन कराने के लिए थैंक्स बोला। बकौल दलेर, अगर कुंभ में इनवाइट किया गया तो वे सेफ इन्वॉयरमेंट और एंटी पॉलिथिन कैंपेन का हिस्सा जरूर बनेंगे।

एशिया से अकेले पहुंचे थे
दलेर मेहंदी सोशल मीडिया को संगीत के जरिए पैसा कमाने को बेहतर जरिया मानते हैं। वे कहते हैं ये 16 से 17 साल की यंग जनरेशन का मोस्ट वांटेड ठिकाना यू ट्यूब है। इसी की बदौलत उनके 12 साल पुराने सांग तुनक-तुनक तुन को 70 मिलियन हिट्स मिलीं। इसी वजह से हाल ही में स्पेन में ऑर्गनाइज यूथ फेस्टिवल में उन्हें एशिया से अकेले बुलाया गया था। वे कहते हैं कि यू ट्यूब पर पायरेसी और चोरी का डर नहीं रहता। जितनी हिट्स उतने पैसे आपके।

Posted By: Inextlive