-दो महीने छह दिन बाद जेल से जमानत पर रिहा हुई डारिया मोलचन

-बिना विजा पासपोर्ट के नेपाल के रास्ते भारत में हुई थी दाखिल

-शहर के एक होटल से एसटीएफ ने मॉडल को किया था गिरफ्तार

GORAKHPUR: बिना विजा व पासपोर्ट के नेपाल के रास्ते भारत आई यूक्रेन की मॉडल डारिया मोलचन दो महीने छह दिन बाद शुक्रवार दोपहर एक बजे जेल से रिहा हो गई। हालांकि उसकी रिहाई गुरुवार को ही होनी थी, लेकिन रिहाई परवाना जेल में समय से नहीं पहुंच सका। इस वजह से उसे रिहा नहीं किया गया। शुक्रवार सुबह डारिया की रिहाई से पहले ही भारी संख्या में पुलिस फोर्स और एसटीएफ की टीम जेल के बाहर पहुंच गई। दोपहर करीब एक बजे जेल की प्रक्रिया पूरी होने के बाद डारिया फिल्मी अंदाज में जेल से बाहर आई। उसके जेल से बाहर आते ही महिला पुलिस ने उसे कस्टडी में ले लिया। ताकि उसे दिल्ली स्थित यूक्रेन की एंबेसी को सुपुर्द किया जा सके। वहीं, जेल के बाहर खड़े लोग डारिया की फोटो व सेल्फी लेने लगे।

चार्टर्ड प्लेन से आए थे जमानतदार

डारिया मोलचन के दो जमानतदार रवि भालोटिया और कुमार बिहान व प्लेन के दो पॉयलट गुरुवार सुबह चार्टर्ड प्लेन से कोलकाता से गोरखपुर पहुंचे। यहां उनका विमान उतरते ही पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही पुलिस के अलावा एसटीएफ व आईबी भी अलर्ट हो गई। सिविल एयरपोर्ट से लेकर जेल के बाहर और कचहरी में भारी पुलिस फोर्स के साथ एसटीएफ व सुरक्षा एजेंसियों ने सुबह से ही डेरा जमा रखा था।

होटल से पकड़ी गई थी डारिया मोलचन

डारिया की गिरफ्तारी दो अप्रैल को शहर के पार्क रोड स्थित एक होटल के कमरे से हुई थी। उसके कैब के ड्राइवर की सूचना पर एसटीएफ टीम ने डारिया मोलचन को गिरफ्तार किया था। उसके पास से पुलिस ने दो पासपोर्ट और एक दिल्ली में बना फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस भी बरामद किया था। साथ ही टीम ने उसका मोबाइल व आईपैड जब्त किया था। अब उसकी फॉरेंसिक रिपोर्ट की जांच की जा रही है। पूछताछ के दौरान पता चला कि था नेपाल में इमशान और सौरभ नाम के उसके दोस्त ने उसे भारत आने में मदद की थी। वहीं, यहां होटल में रहने और फिर नेपाल के रास्ते यूक्रेन भेजने की जिम्मेदारी शहर के बड़े बिजनेसमैन अनुज पोद्दार की थी। जबकि, डारिया की जमानत हाईकोर्ट से करीब महीने भर पहले हो गई थी, लेकिन जमानतदार नहीं मिलने की वजह से उसे जमानत नहीं मिल पा रही थी। इससे पहले दो बार उसके बांसगांव व कानपुर के जमानतदारों ने कोर्ट में अर्जी देने के बाद भी जमानत लेने से इनकार कर दिया। लेकिन इस बार कोलकाता से आए दो रसूखदारों ने आखिरकार डारिया की जमानत ले ही ली।

अब खुलेगा डारिया के कारनामों का राज

डारिया के पास से बरामद मोबाइल फोन व आईपैड की फॉरिेंसिक रिपोर्ट भी गुरुवार को पुलिस को मिल गई। 32 जीबी की तीन-तीन पेन ड्राइव में आई डारिया के मोबाइल व आईपैड की डिटेल अब खंगाली जाएगी। ताकि इसके जरिए उसके मददगारों व संपर्को के बारे में पता चल सके। एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम अब डारिया के मोबाइल फोन व आईपैड की डिटेल के जरिए अब उससे जुड़े सभी पहलुओं की पड़ताल कर रही है। अगर कुछ संदिग्ध मिला तो इसमें आगे की कार्रवाई की जाएगी।

वर्जन

डारिया के जेल से जमानत पर रिहा होते ही उसे महिला पुलिस ने कस्टडी में लेकर यूक्रेन एंबेसी को सुपुर्द के लिए भेज दिया गया है। उसके मोबाइल व आईपैड की फॉरेंसिक डिटेल के आधार पर अब उससे जुड़ी आगे की कार्रवाई की जाएगी।

शलभ माथुर, एसएसपी, गोरखपुर

Posted By: Inextlive