-सुबह सफाई करने गए कर्मचारियों को मिला शव, आठ माह के नवजात की काटी नहीं गई थी यूट्रस नली

-एक महीने पहले भी मिला था शव, फिर भी सिक्योरिटी के नहीं किए गए इंतजाम

बरेली। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड एरिया में बने टॉयलेट के पॉट में वेडनसडे सुबह नवजात का शव मिलने से हड़कंप मच गया। शव को कपड़े में लपेट कर फेंका गया था। मामले का खुलासा तब हुआ जब सुबह करीब आठ बजे सफाई करने गए स्वीपर तेजपाल की नजर उस पर पड़ी। उसने ईएमओ डॉ। हरीश चंद्र को टॉयलेट में शव पड़े होने की जानकारी दी। हास्पिटल मैनेजर पूजा चौहान ने घटना की सूचना पुलिस को दी। शहर कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हॉस्पिटल के डॉक्टर्स का कहना है कि वह करीब आठ महीने का पूरी तरह से डेवलप भ्रूण है और उसकी यूट्रस नली भी नहीं काटी गई थी।

बच्चों की करवाई गिनती

नवजात का शव मिलने की सूचना मिलते ही मेल हॉस्पिटल के सीएमएस डॉ। टीएस आर्या और फीमेल हॉस्पिटल की सीएमएस डॉ। अल्का शर्मा भी इमरजेंसी वार्ड पहुंच गई। इसके बाद सीएमएस डॉ। अल्का शर्मा ने फीमेल हॉस्पिटल में ट्यूजडे रात जन्म लेने वाले बच्चों की गिनती कराई तो संख्या पूरी निकली।

बिना अबॉर्सन कराए क्यों चली गई महिला

सुभाष नगर की एक महिला अपने पति के साथ ट्यूजडे देर रात महिला अस्पताल पहुंची थी, जो अबॉर्सन कराने के लिए आई थी। सीएमएस का कहना है कि वह ढाई माह की प्रग्नेंट थी, जिसे एडमिट कराया गया था, लेकिन मार्निग में वे अबॉर्सन कराए बिना ही चले गए। जिसकी जानकारी हास्पिटल प्रशासन तक को भी नहीं हुई। वहीं इससे पहले 13 अक्टूबर को एक युवती को उसके परिजनों ने पेट में दर्द की प्राब्लम होने पर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की इमरजेंसी में एडमिट कराया। जांच में पता चला कि वह प्रग्नेंट है तो अगले दिन उसे महिला हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। महिला हॉस्पिटल की सीएमएस का कहना है कि युवती को लेकर परिजन आए थे, लेकिन परिजनों का नाम पूछने पर वह उसे लेकर चले गए।

तो तीन दिन में खुल जाएगा राज

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के सीएमएस मंडलीय अपर निदेशक डॉ। टीएस आर्या ने मामले की तह तक पहुंचने के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित कर दी है। इसमें अस्पताल के एक प्रशासनिक अधिकारी, एक बाल रोग विशेषज्ञ और इमरजेंसी वार्ड के एएमओ को नामित किया। टीम तीन दिन में अपनी रिपोर्ट सीएमएस को देगी।

कैमरे नहीं फिर भी चेतावनी

इमरजेंसी वार्ड में स्वास्थ्य विभाग ने लिखवा दिया है कि 'आप सीसीटीवी कैमरे की नजर में हैं'। लेकिन गेट से लेकर गैलरी तक एक भी कैमरा नहीं है, कैमरे सिर्फ वार्ड के अंदर लगे हैं। जिससे यह माना जा रहा था कि न्यू बॉर्न बेबी को फेंकने वाले को स्वास्थ्य विभाग के इस झूठ की जानकारी थी और वह आसानी से अपना काम करके चला गया। शव मिलने के बाद सीएमएस ने इमरजेंसी वार्ड एरिया में बने टॉयलेट के बाहर सीसी कैमरा लगवाने का आदेश दिया है, जिससे टॉयलेट में जाने वालों पर नजर रखी जा सकेगी।

अब होमगार्ड चेक करेंगे बेबी

घटना के बाद महिला हॉस्पिटल में हड़कंप मचा हुआ है। सीएमएस ने फरमान जारी कर दिया कि हॉस्पिटल में आने और जाने वाले बच्चों को जगह-जगह तैनात महिला होमगा‌र्ड्स चेक करेंगे। वे यह भी देखेंगी कि बच्चा कैसा है और उसे कहां और क्यों ले जाया जा रहा है।

सुबह सफाई के दौरान इमरजेंसी वार्ड एरिया में बने टॉयलेट के पॉट में करीब आठ माह का मृत नवजात मिला। जिसकी यूट्रस नली तक नहीं काटी गई थी। फिलहाल मामले की जांच के लिए टीम गठित की गई है, जो तीन दिन में अपना रिपोर्ट देगी।

- डॉ। टीएस आर्या, प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल

Posted By: Inextlive