- खोराबार में नाले में मिली डेड बॉडी, पहने था वर्दी

- युवती संग स्कोर्ट करके घर लौटा जीआरपी कांस्टेबल

GORAKHPUR: जीआरपी गोंडा में तैनात कांस्टेबल उमेश की डेड बॉडी सोमवार की सुबह मिली। खोराबार के जंगल सिकरी के पास नाले में डेड बॉडी देखकर पब्लिक ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि युवती को पहुंचाने के लिए सिपाही उसके घर जा रहे थे। युवती को आशा ज्योति केंद्र में रखा गया है। उसके बार-बार बयान बदलने से दिनभर पुलिस परेशान रही। एसएसपी ने कहा कि डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने पर मौत की वजह सामने आ सकेगी।

टहलने निकली महिला ने देखा, संग थी महराजगंज की युवती

जंगल सिकरी निवासी कांस्टेबल उमेश यादव की जीआरपी गोंडा में तैनाती थी। सोमवार की सुबह करीब छह बजे घर से दो सौ मीटर की दूरी पर नाले में वह गिर गए। मार्निग वॉक पर निकली महिला के शोर मचाने पर लोगों ने सिपाही को नाले से निकाला तब तक सिपाही की मौत हो चुकी थी। उमेश के पिता हरीलाल ने बताया कि एक साल से गोंडा में उनका बेटा तैनात था। ट्रेन स्कोर्ट की ड्यूटी में रोजाना घर से अप-डाउन करता था। उमेश के नाले में गिरने के दौरान एक युवती भी साथ थी। महराजगंज के बृजमनगंज की युवती उनको गोंडा स्टेशन पर मिली थी। इंस्पेक्टर ने युवती को उसके घर पहुंचाने की जिम्मेदारी सिपाही को सौंपी थी। नाले में गिरने से सिपाही के बाएं हाथ की तर्जनी उंगली, दाएं हाथ की कोहनी और पीठ पर चोट लगी थी।

घर से भागी थी युवती

गोरखपुर से गोंडा तक ट्रेन के स्कोर्ट में उमेश की ड्यूटी लगती थी। रविवार की शाम तीन बजे वह गोरखपुर से स्कोर्ट करने गया था। देर रात वह ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस से रेलवे स्टेशन पर उतरा था। उमेश के साथ देवरिया के राजेश्वर की ड्यूटी थी। वह अपने घर चला गया। जबकि सुबह उमेश महराजगंज की युवती संग टेंपो से सूबा बाजार पहुंचा। पैदल ही वह घर जा रहा था। तभी घटना का शिकार हो गया। घटनास्थल से उमेश के घर की दूरी करीब दो सौ मीटर है। पुलिस अधिकारियों की जांच में पता लगा कि बृजमनगंज की रहने वाली युवती पसंद की शादी तय न होने पर घर से भागी थी। गोंडा स्टेशन पर वह भटकती मिली। जीआरपी ने जब उससे पूछताछ की तो उसने खोराबार में अपनी रिश्तेदारी बताई। इस वजह से उसे पहुंचाने की जिम्मेदारी मिली।

युवती ने नहीं देखा, कैसे नाले में गिरा सिपाही

पुलिस की छानबीन में पता लगा कि युवती ने उमेश को नाले में गिरते नहीं देखा था। युवती ने कहा कि सिपाही ने शराब पी रखी थी। नशे में वह नेचुरल कॉल करने गए थे। उनको नाले में गिरते हुए टहल रही महिला ने ही देखा था। हालांकि इस दौरान युवती बार-बार अपना बयान बदलती रही। वह अपने घर नहीं जाना चाह रही थी। वह नाम-पता गलत बताती रही। उसके भाई से बात करने पर जब तस्दीक हो गई तब उसे गोरखपुर रवाना किया गया। एक बार उसने कहा कि काम करने के लिए गोंडा गई थी। लेकिन बाद में पता लगा कि घर से भागी थी। जीआरपी से जुड़े लोगों का कहना है कि ट्रेन नंबर 11124 ग्वालियर बरौनी एक्सप्रेस से वह गोरखपुर आए थे। करीब 27 मिनट की देरी से चल रही ट्रेन रात दो बजकर 32 मिनट पर जंक्शन पहुंची थी।

रिकॉर्ड खंगालेगी जीआरपी, मान रहे नशे में हुई मौत

कांस्टेबल की मौत नशे में नाले में गिरने से हुई ऐसा पुलिस मान रही है। लेकिन मामले की छानबीन में पुलिस टीम रेलवे स्टेश्न का सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल का कॉल रिकॉर्ड और स्कोर्ट में साथ चल रहे सिपाही राजेश्वर से पूछताछ करेगी। सोमवार की शाम पोस्टमार्टम के बाद जीआरपी लाइन में सिपाही को अंतिम सलामी दी गई। पोस्टमार्टम में सिर और सीने में चोट लगने से मौत की बात सामने आई है। सिपाही की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। तीन बच्चों के पिता उमेश की यूपीपी में भर्ती 2004 में हुई थी। उमेश की पत्‍‌नी रीता ग्रेजुएट हैं। दो भाइयों में छोटे उमेश के पिता पूर्व प्रधान रहे हैं।

इन सवालों की तलाश में जुटी पुलिस

- सिपाही के पास से मोबाइल, रुपए और आईडी कार्ड गायब हैं। जबकि पिस्टल बरामद हुई।

- जीआरपी गोंडा ने युवती के परिजनों को बुलाकर उनको क्यों नहीं सौंपा। रात में एक युवती को दो पुरुष सिपाहियों संग गोरखपुर क्यों और किन परिस्थितियों में भेज दिया।

- यदि युवती को उसके घर, रिश्तेदारी में भेजना था तो महिला कांस्टेबल की ड्यूटी क्यों नहीं लगाई गई।

- रात में ट्रेन करीब ढाई बजे गोरखपुर पहुंची थी। तब से लेकर अल सुबह तक सिपाही और युवती कहां रहे। इस दौरान कब और कैसे सिपाही ने शराब पी ली थी।

वर्जन

शुरूआती जांच में कांस्टेबल की मौत नाले में गिरने से होने की बात सामने आई है। मौत से संबंधित हर पहलू पर पुलिस जांच कर रही है। सिपाही के साथ गोरखपुर आई युवती, मोबाइल लोकेशन और सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद ली जाएगी।

डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी

Posted By: Inextlive